बॉलीवुड की कई सच्चाइयां हैं जो हमें हजम नहीं होती,चमक धमक के पीछे कितना अंधेरा है इसका अंदाजा करना नामुमकिन है, कई किस्से मशहूर हो जाते हैं कई सिर्फ किस्से ही लगते हैं, परियों की कहानी की तरह यकीन करने को मन बहुत करता है, एक काली सच्चाई है घोस्ट राइटर, जी हां,एक ऐसा बेचारा आदमी जिसकी कलम तो कमाल करती है पर जिसकी किस्मत उससे मुंह फेर लेती है,जी वो घोस्ट राइटर लिखता तो बहुत अच्छा है पर बिकता नहीं है, कोई उसकी कहानी पर फिल्म बनाने को तैयार नहीं होता,तब वो एक सौदा करता है , अपनी कलम बेच देता है फिर कोई नामचीन एक्टर , प्रोड्यूसर या डायरेक्टर अपने नाम से उस पर फिल्म बनाता है और वाहवाही लूट लेता है
चंचल की हत्या में रमेश शामिल है या नहीं इसका खुलासा करते हुए कहानी आगे बढ़ेगी, कातिल के चेहरे से नकाब सरकेगी और साजिश और गहरी होती चली जाएगी
खबरों से पता चला कि रूस के राष्ट्रपति श्रीमान पुतिन जी अक्सर अपने साथ एक सूटकेस रखते हैं , बस यूं ही एक विचार आया और जो दिल में आया कह दिया, सिर्फ आनंद के लिए एक व्यंग लिखा है किसी का व्यक्तिगत अपमान करने का ना तो इरादा है ना नीयत, एक चुटकी ली है , बाकी क्षमायाचना
दिल्ली सरकार ने 3.21 करोड़ का बजट पास कर दिया नकली बारिश के लिए, नतीजा हमने देख लिया इसी पर मेरे विचार
ये एक मर्डर मिस्ट्री है, केंद्र में है 25 साल की चंचल, जो अपने कमरे में मरी हुई मिलती है, तहकीकात में पता चलता है आखिरी बार उसको रमेश मिलने आया था, रमेश के हाथ में चाकू भी है चंचल की गर्दन पर चाकू का निशान और रमेश के सिर पर गमले का निशान जो चंचल ने बहस के दौरान मारा था, जब रमेश को पता चलता है चंचल किसी संतोष नाम के व्यक्ति के साथ live in में वह रही थी यही कन्फर्म आया था तो पता चला कि अशोक नाम के व्यक्ति के साथ उसके संबंध थे और एक अबॉर्शन भी करवाया था ,आगे की कहानी सुने और आनंद लें
इस दीवाली शुरू करने जा रहा हूं एक मर्डर मिस्ट्री, चंचल नाम की 25 वर्ष की लड़की की हत्या का सच , तैयार रहें
यूं तो दिल्ली सरकार ने दिवाली पर ग्रीन पटाखे चलाने की अनुमति दे दी है फिर भी मेरे दिमाग के कीड़े को ये पसंद नहीं आया बस एक छोटी सी दिल की भड़ास निकाली है बाकी सुनें और टिपण्णी करें
7 सितंबर 2025 को चंद्र ग्रहण लगने वाला है इस घटना का खगोलीय और ज्योतिष के आधार पर खास महत्व है, राशि अनुसार प्रभाव और उपाय
कई दिनों से मीडिया ने सनसनी फैला रखी है, GST काउंसिल की मीटिंग होगी और बाजार में रखी चीजें अचानक सस्ती होकर मिलने लगेंगी इसमें प्रचार दूध , पनीर स्टेशनरी का सामान मुख्य बताया जा रहा है, मैने अपनी मंद बुद्धि का प्रयोग करते हुए विश्लेषण किया और नतीजा ये रिपोर्ट है.... प्रशंसा करे या ना करें निंदा अवश्य करें
अभी कुछ दिन पहले बीमा कंपनी और प्राइवेट हॉस्पिटल्स में एक नई जंग शुरू हुई, अस्पताल का कहना है कि इलाज के लिए पहले पैसे दें और बीमा कंपनी अपने ग्राहकों की चिंता कर रही है , बस इसी विषय पर कुछ मन की बात की है
हम सबने देखा किस तरह आवारा पशुओं के लिए सभ्य समाज के लोग एकत्रित हुए, प्रेम प्रदर्शन किया और लोकतंत्र पर खतरा मानते हुए झगड़े और सुप्रीम कोर्ट के आदेश का बहिष्कार किया, बस जो देखा , महसूस किया , कह दिया बाकी आप समझदार हैं, एक इशारा काफी