
खबरों से पता चला कि रूस के राष्ट्रपति श्रीमान पुतिन जी अक्सर अपने साथ एक सूटकेस रखते हैं , बस यूं ही एक विचार आया और जो दिल में आया कह दिया, सिर्फ आनंद के लिए एक व्यंग लिखा है किसी का व्यक्तिगत अपमान करने का ना तो इरादा है ना नीयत, एक चुटकी ली है , बाकी क्षमायाचना