प्रदीप वकील का बेटा था. वह भी शीला के साथ कालेज में
पढ़ाई कर रहा था. ऐयाश प्रदीप ने गांव से आई सीधीसादी
शीला को अपने जाल में फंसा लिया था. शीला की समझ
में नहीं आ रहा था कि वह क्या करे और क्या न करे.
पिछले एक महीने से वह परेशान थी. कालेज बंद होने वाले
थे.
प्रदीप सैमेस्टर का इम्तिहान देने के बाद यह कह कर गया
था, ‘मैं तुम्हें पैसों का इंतजाम कर के 1-2 दिन बाद दे दूंगा.
तुम निश्चिंत रहो. घबराने की कोई बात नहीं.’ ‘पर है कहां
वह?’ यह सवाल शीला को परेशान कर रहा था. उस की
और प्रदीप की पहचान को अभी सालभर भी नहीं हुआ था
कि उस ने उस से शादी का वादा कर उस के साथ….......
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"कट कट कट!!! क्या यार साक्षी! क्या कर रही हो तुम? ध्यान कहाँ है तुम्हारा!" एक मोटा सा गोलमटोल, गोरा चिट्टा, कैप पहने अपनी आराम दायक कुर्सी पर फैला हुआ लड़का जोर से चिल्लाता हुआ उठा!।
"नहीं हो रहा यार राहुल! कुछ अजीब सी फिलिंग आ रही है और डर भी लग रहा है!" शूटिंग के दौरान अपने कंधे पर टांगा हुआ बेग पास ही पड़ी टेबल पर फेंकते हुए लगभग झुंझलाने के आवाज में साक्षी बोली, और पास पड़ी कुर्सी पर बैठ गयी।
साक्षी! फिल्म जगत में एक छोटे से गाँव से अपना नाम कमाने आयी थी, जो आज बड़ी बड़ी हस्तियों को भी मात देती थी। उसकी नशीली गहरी काली कजरारी आँखे, राजकुमारियों से रुबाब और हर किसी को घायल करने के अंदाज के साथ एक बेहतरीन फिगर! इन सबको देख कर प्रोड्यूसर राहुल ने उसे अपनी हॉरर फिल्मों में बतौर नायिका के रूप में सेलेक्ट कर लिया था।
आगे की कहानी पॉडकास्ट में सुनिए.....
बात उन दिनों की है जब मैं कॉलेज का स्टूडेंट था| अपने कॉलेज की ओर से हम सभी कैम्प के लिए एक जंगल में गए थे| , हलकी ठंढ थी ; अत: रात में हम सबने पूरी रात कैम्प – फायर के साथ डांस करने ,गाने आदि का प्रोग्राम तय किया| मुझे और सभी साथियों को कैम्प फायर के लिए लकडियाँ इकट्ठी करने का भार सौंपा गया| मैं निकला तो सबके साथ ही लेकिन जंगल के प्राकृतिक सौन्दर्य में भटकता हुआ अकेले बहुत दूर कहीं निकल गया| अचानक आसमान बादलों से भर गया और गरज के साथ बारिश होने लगी| बादलों के लगातार गरजने से मैं पेड़ के नीचे खड़ा रहना मुनासिब न समझ आसपास किसी घर की तलाश में एक दिशा में भागने लगा| मुझे कुछ ही दूरी पर एक लाल ईंटों से बनी शानदार बिल्डिंग नजर आई| , बिल्डिंग रोशनी से पूरी नहाई हुई थी और उसमें ढेर सारे लोग हैं – ऐसा दूर से ही लग रहा था| मैं तेजी से भागते हुए उस बिल्डिंग में जा घुसा और सामने से आती हुई एक खुबसूरत नर्स से टकराते – टकराते बचा|
आगे की कहानी पॉडकास्ट में सुनिए...