तीन ताल सीजन 2 के 57वें एपिसोड में कमलेश 'ताऊ', कुलदीप 'सरदार', पुष्पेश पंत 'गुरु' और आसिफ़ 'खां चा' के साथ सुनिए:
- पुष्पेश शब्द का अर्थ और प्रोफ़ेसर पंत का फ़ेवरेट पुष्प
- बुरांश की वाइन भी कोई वाइन है महाराज
- राहुल गांधी का विट और मांसाहारियों को मैसेज
- मछली मांस नहीं, जल का फल है और 124 बकरों का क्या करेंगे जैन साहब
- वायनाड से चुनाव लड़कर प्रियंका कैसे इंडियन मिडिल क्लास वैल्यूज का सम्मान कर रही हैं
- अलका याग्निक की बीमारी और संगीतकार के लिए न सुन पाना कितनी बड़ी चुनौती
- मटकाफोड़ प्रदर्शन की नवैयत
- भोजन कितना ज़रूरी है और उपनिवेशवाद-साम्राज्यवाद की जड़ में खाना क्यों है
- पुतिन और किम जोंग उन को ताऊ का न्योता
- मुगलिया खाना और रोगन का जोश, तंदूर और करी का इतिहास
- करी-कढ़ी का फ़र्क़ और दिल्ली में पानी का संकट
- गर्मी के ड्रिंक्स और शरबत जिनको हम भूल गए हैं
- चटनी राहत जान, शरबत - ए - शिकंजवी और जैन शिकंजी का मसाला
- छौंक, तड़का और बघार का रहस्य, खाना बनाने वाले हाथ-हाथ का फ़र्क़
- सबसे बुरा मसाला और मसालों को इस्तेमाल करने की तमीज़
- गरम मसाले को घर पर कैसे बनाएं, जावित्री और जायफल के उपयोग की शर्तें
- तीन चीज़ें हिन्दुस्तान के खाने में बड़ा कहर ढाती हैं
- फ्राइड खानों की आसक्ति और विरक्ति, पूड़ी का बेस्ट साथी, स्वाद और मेमोरी का संबंध
- पहाड़ का बड़ा गर्क करने वाले तीन ब्राह्मण
- नाश्ते का रिवाज़ कहां से आया और सबसे शानदार नाश्ते कौन से हैं
- स्टार्टर और ऐपेटाइज़र का फ़रेब, बिरायानी-पुलाव की डिबेट
- हिंदुस्तान की लॉस्ट रेसिपीज़ को सहेजने का उपक्रम
- राजमा का घमंड, गोभी का भ्रम और ये हिंदुस्तान तक कैसे पहुंची
- स्वाद और भोजन की प्रवृत्ति के आधार पर होना चाहिए राज्यों का विभाजन
- हर 10 किलोमीटर पर क्यों बदल जाता है समोसे का स्वाद और समोसों का निराला संसार
- पहली पहली बार पान क्यों खाते थे लड़के, पान खाने का तरीक़ा, पान खाने की संस्कृति शऊर
- बिज़ारोत्तेजक ख़बर में सुनिए जंगल की फायर लाइन, दावनल का मर्म और जंगलों में जानबूझकर क्यों लगाई जाती है आग
- जंगल का फायर ऑफिसर, प्रॉपर गैंडा और प्रोपोगैंडा
- प्रतीकों की पॉलिटिक्स और प्रतीकात्मक प्रतिरोध
और आख़िर में प्रिय तीन तालियों की प्रेमपूर्ण चिट्ठियां
प्रड्यूसर: अतुल तिवारी / कुमार केशव
साउंड मिक्सिंग: कपिलदेव सिंह
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