
ईस्टवुड गाथा में भी बिना भटके केंद्रीय तत्व की परतें उतारने की शिक्षा साफ़ दीखती है। जब सबको सीमित अभिनय क्षमता का एक सुन्दर नौजवान दिखता था तब इटालियन सेकंड यूनिट डायरेक्टर सर्जिओ लिओनी ने उनको लेकर जापानी समुराई फिल्मों और अमरीकी वेस्टर्न्स के मिश्रण से Man With No Name को पैदा किया। उन्होंने वेस्टर्न्स और समुराई फिल्मों के अंतर्निहित संरचना के मुख्य तत्व जैसे लड़ाकू लोग, धमकी भरे तरीके से घूरना, गन स्लिंगिंग को प्रधान कर व्यवधान पैदा करने वाले मेलोड्रामा और दुसरे तत्वों को गौड़ कर नए फॉर्मेट की रचना की। न्यूनतम डायलाग के साथ force of the personality का प्रभाव कम से कम मूवमेंट्स के साथ प्राप्त किया गया था। ईस्टवुड की ‘apprising taciturnity’, एक सजग धीर गम्भीर और विशाल व्यक्तित्व, इस विधा के बिल्कुल माफ़िक़ सिद्ध हुए। उनकी तब ही से पालिसी रही की यदि आपके पास अच्छी सामग्री है, तो उनके साथ बहुत अधिक खिलवाड़ न करें।
Unforgiven को तब 62 वर्ष के ईस्टवुड की विदाई फिल्म के तौर पर देखा जा रहा था एक last hurrah ! तब से अब तक लगभग 30 वर्षों में उन्होंने 23 फ़िल्में बनायीं और 10 में तो उन्होंने अभिनय भी किया। 80 की उम्र के बाद उनके नाम 14 फ़िल्में हैं। Unforgiven और उसके बाद की फिल्मों ने आलोचकों का दिल और पुरस्कार दोनों प्रचुर मात्रा में जीते। उनका निर्देशक के रूप में body of work जैसे Unforgiven, Invictus, Gran Torino, Hereafter, Mystic River, Changeling, American Sniper, Letter from Iwo Jima और Sully उनको सिनेमा की सबसे ऊँची जमात में ले जाता है।Sully के बाद भी उन्होंने 15:17 to Paris, The Mule, Richar Jewell और Cry Macho जैसी फिल्मे दी। Cry Macho 2021 में आई इसमें 91 वर्षीय ईस्टवुड ने निर्देशन के साथ अभिनय भी किया है। उनके सधे स्पर्श ने स्थायी महत्व की फिल्में दी हैं। उन्होंने अपना करियर और स्टाइल खुद गढ़ा और खुद का आविष्कार और पुन: आविष्कार करने में वे निरंतर सफल रहे।एक सीधी और कसी हुई किस्सागोई की अपनी शैली के साथ उन्होंने ईस्टवुड मिस्टिक, स्टारडम को एक बोझ नहीं बनने दिया, लेकिन अपने माध्यम की सेवा में उसके निरंतर विस्तार में, अपने स्टार व्यक्तित्व और अपनी शक्तियों का भरपूर इस्तेमाल किया। उन्होंने वेस्टर्न्स को गहराई दी, उन्होंने righteous stylized violence के लिए जगह बनाई और बाद में उन्होंने हिंसा की निरर्थकता को तलाशने वाली फिल्मों (Unforgiven) को भी एक स्थान दिलवाया। रिडेम्पशन और reconciliation (Invictus). नस्लीय मुद्दे (Gran Torino) और दमदार महिला चरित्र Changelings और Million Dollar Baby, The Bridges of Madison County से फिल्म की संभावनाओं को आगे बढ़ाया. अपनी स्टार पावर का इस्तेमाल उन्होंने प्रयोगधर्मिता में किया। सबसे बड़ी बात कि उम्र ने उनकी फिल्मों के कसाव को बिलकुल भी कम नहीं किया। देव आनंद साहब वाला स्वांतः सुखाय फिल्मों वाला दौर उनका अभी भी नहीं आया है। उनकी सभी फिल्में, विशेष रूप से बाद की फिल्में सिनेमा की कहानी को आगे ले जाती हैं लेकिन वे मुख्यतः रूप से 'क्लिंट मूवीज' बनी रहती हैं।. Lean, minimal and spare thing of unbounded beauty.
Minimalism accentuates the force of Clint Eastwood's personality. Clint Eastwood has a lean telegraphic style of delivery that is hallmark of his screen presence and also his directorial output. Clint Eastwood goes for core and is ready to drop everything else, not because it will distract (of course it will) but mostly due to the fact that it is none of his business. He stands stark and abundantly clear. Despite bohemian airs of his youth, Clint Eastwood is a shrewd and intelligent person. This intelligence is reflected the management of his estate, politics, finances, marriages, family cohesion (anyone else would have been hit much harder with all that philandering) but most importantly, Clint Eastwood showed his intelligence in managing his own brand and his own career.