Home
Categories
EXPLORE
True Crime
Comedy
Society & Culture
Business
News
Sports
TV & Film
About Us
Contact Us
Copyright
© 2024 PodJoint
00:00 / 00:00
Sign in

or

Don't have an account?
Sign up
Forgot password
https://is1-ssl.mzstatic.com/image/thumb/Podcasts124/v4/f1/80/cb/f180cbb0-b926-f44e-2c15-f2ce078bf77c/mza_6903482894225969390.jpg/600x600bb.jpg
Kavikarya
Mayank Sharma
4 episodes
1 week ago
मैं कविता लिखता हूं। और कोशिश करता हूं अपनी लिखी हुई कविताये आपको इस तरह सुनाऊ की आप अपनी जिंदगी से रिलेट कर पाए। और आसानी से समझ पाए। कोशिश करूंगा आने वाले वक़्त में कुछ किस्से कहानिया भी आपको सुनता रहूंगा। अगर आपको मेरा कविता सुनाने का अंदाज कैसा लगता है कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं धन्यवाद🙏🏼
Show more...
Relationships
Society & Culture
RSS
All content for Kavikarya is the property of Mayank Sharma and is served directly from their servers with no modification, redirects, or rehosting. The podcast is not affiliated with or endorsed by Podjoint in any way.
मैं कविता लिखता हूं। और कोशिश करता हूं अपनी लिखी हुई कविताये आपको इस तरह सुनाऊ की आप अपनी जिंदगी से रिलेट कर पाए। और आसानी से समझ पाए। कोशिश करूंगा आने वाले वक़्त में कुछ किस्से कहानिया भी आपको सुनता रहूंगा। अगर आपको मेरा कविता सुनाने का अंदाज कैसा लगता है कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं धन्यवाद🙏🏼
Show more...
Relationships
Society & Culture
Episodes (4/4)
Kavikarya
रंगों का त्योहार
ये मेरा चौथा एपिसोड है। इसमें रंगों के त्योहार का महत्व और अपनी कविता के जरिये रंगों के महत्व को बताने का प्रयास उम्मीद करता हूं आपको ये एपिसोड पसंद आएगा😊🙏🏼
Show more...
4 years ago
8 minutes 37 seconds

Kavikarya
आज भी इंतज़ार है
ये तीसरा एपिसोड है। जिसमें उन बातों का ज़िक्र है जब कोई शख्स आपसे दूर हो और आप उससे बहुत प्यार करते हो। ये कविता मैंने अक्टूबर 2019 में लिखी थी। उम्मीद करता हूं। आपको जरूर पसंद आएगी।।🙏🏼
Show more...
5 years ago
2 minutes 29 seconds

Kavikarya
समझने समझाने को बहुत कुछ था।
ये दूसरा एपिसोड है। जिसमे मैंने रिश्ते के बारे में बात की। ये कविता मैंने पिछले साल इन्हीं दिनों में लिखी थी उम्मीद है आपको जरूर पसंद आएगी🙏🏼
Show more...
5 years ago
2 minutes 11 seconds

Kavikarya
अपने अंदर जब भी झांकता हूं
इस एपिसोड में हमने उन चुनोतियों के बारे में बात की जो हमें ज़िन्दगी में मिलती है और हम हताश हो जाते है। एक कविता के जरिये अपने विचार रखे है। उम्मीद करता हूं। ये कविता आपको बहुत हद तक मदद करेगी। आगे भी आपको इस तरह के पॉडकास्ट मिलते रहेंगे।धन्यवाद🙏🏼
Show more...
5 years ago
2 minutes 59 seconds

Kavikarya
मैं कविता लिखता हूं। और कोशिश करता हूं अपनी लिखी हुई कविताये आपको इस तरह सुनाऊ की आप अपनी जिंदगी से रिलेट कर पाए। और आसानी से समझ पाए। कोशिश करूंगा आने वाले वक़्त में कुछ किस्से कहानिया भी आपको सुनता रहूंगा। अगर आपको मेरा कविता सुनाने का अंदाज कैसा लगता है कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं धन्यवाद🙏🏼