रोल, कैमरा और ज़िंदगी. समाज का आईना होता है सिनेमा. तो आइये जानते हैं दुनिया भर के सिनेमा और ज़िंदगी के कनेक्शन को Cine Sanyasi में गजेंद्र भाटी के साथ.
All content for Cine Sanyasi is the property of Lallantop Baaja and is served directly from their servers
with no modification, redirects, or rehosting. The podcast is not affiliated with or endorsed by Podjoint in any way.
रोल, कैमरा और ज़िंदगी. समाज का आईना होता है सिनेमा. तो आइये जानते हैं दुनिया भर के सिनेमा और ज़िंदगी के कनेक्शन को Cine Sanyasi में गजेंद्र भाटी के साथ.
सिने संन्यासी के इस एपिसोड में बात एक ऐसी जर्मन फिल्म जैसी फिल्म दूसरी नहीं बनी. इस फिल्म को डायरेक्ट किया है वर्नर हरजॉक ने. जर्मन भाषा की ये फिल्म 1970 में आई थी. पहली बार में इसे समझ लें यही बड़ी बात है. जानिए क्यों इस फिल्म को अपने देश में बैन कर दिया गया था. इसकी कहानी एक ऐसी जगह की है जहां कई सारे बौने रहते हैं. क्या होता है जब एक दिन उस जगह का इंचार्ज बाहर जाता है और वो सारे बौने उत्पात मचाते हैं? एक बौना ऐसा है जिसे कुर्सी पर बांध दिया जाता है और वो पूरी फ़िल्म में हंसता ही रहता है. एक गाड़ी है जो बिना ड्राइवर के ही गोल-गोल घूमती ही रहती है. इस फिल्म में जानवरों के साथ जो क्रूरता दिखाई गई उसके क्या मायने हैं. जानिए क्यों इस फिल्म के डायरेक्टर ने इसे हंसाने वाली फिल्म की बजाय एक बुरा सपना कहा?
Cine Sanyasi
रोल, कैमरा और ज़िंदगी. समाज का आईना होता है सिनेमा. तो आइये जानते हैं दुनिया भर के सिनेमा और ज़िंदगी के कनेक्शन को Cine Sanyasi में गजेंद्र भाटी के साथ.