जब व्यक्ति में अहंकार का भाव आ जाता है तो उसकी बुद्धि भ्रष्ट हो जाती है I
क्रोधित होने के बजाय सोच समझकर किसी भी हालात में व्यवहार करना सीखें I
व्यक्ति को हर काम अपनी सद्भुद्धि और विवेक से करना चाहिए।
संकट आने पर घबराने की जरूरत नहीं है।
जूठ बोलने से कुछ समय तक लाभ ज़रूर मिलता है पर सच्चाई सामने आने पर लजीत होना पड़ता है
मन का काम है जाल बुनना, यह मकड़ी नही है की इसे हम मार देI
किसी भी क्षेत्र में सफलता पाने के लिए नेतृत्व क्षमता एक आनवार्य गुण है।
अच्छी आदतों को स्वाभाविक आदतें बनाये I
इस गलती की माफी नहीं मिलती
सभी के जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं।
सभी कार्य विचार-विमर्श व सलाह से ही आरंभ होते हैं।
जो लोग कड़वे वचन बोलते हैं उनके पास अच्छे अवसर आने के बावजूद भी कभी टिक नहीं पाते।
यह चार कारण मनुष्य को अंदर से जला देते हैं।
विद्या सबसे बड़ा गुप्त धन है।
जीवन में अगर कोई संकट आने वाला होता है तो वह किसी न किसी तरह से संकेत देने लगता है।