
RAW की रहस्यमयी दुनिया में कदम रखने के बाद, लेफ्टिनेंट अर्जुन राठौड़ को अब बनाया जा रहा है एक ऐसी परछाईं, जो अस्तित्व में नहीं होती — और जिसकी गलती की कोई माफी नहीं होती।
अरावली की पहाड़ियों के बीच स्थित एक छुपे हुए ट्रेनिंग कैंप में, हर सुबह की शुरुआत होती है 4 बजे — कठोर शारीरिक कसरतों से लेकर घातक स्नाइपिंग ड्रिल्स तक। पर असली परीक्षा मानसिक है: झूठ को सच की तरह जीना, अपनी पहचान भूल जाना, और हर स्थिति में नज़रें, धड़कन और हर हरकत पर नियंत्रण पाना।
“स्नाइपर वो नहीं होता जो गोली चलाता है,” अब्बास कहते हैं, “वो होता है जो सही पल का इंतज़ार करता है।”
लेकिन अर्जुन की सबसे बड़ी चुनौती वो नहीं है जो बाहर है — बल्कि वो है जो भीतर छुपी है।
कमांडर नलिनी शर्मा।
कभी मार्गदर्शक रही, अब रहस्य बन चुकी हैं। उनके आदेश विरोधाभासी हैं, और उनके इरादे अनजाने।
“शंका मत करो उस पर जो समझ से बाहर है,” नलिनी कहती हैं।
पर अर्जुन जानता है — परछाईं के भीतर भी कुछ उजाले होते हैं।
🎧 सुनिए ‘परछाईं की ढलाई’ — जहां अर्जुन बन रहा है NOVA, लेकिन उसकी वफादारी की सबसे खतरनाक परीक्षा अब शुरू होने वाली है।