
तीन साल, एक नकली पहचान, और एक मिशन जिसने अर्जुन राठौर को भुला दिया—अब बचा है सिर्फ ‘एलेक्सी रोमानोव’।
अस्ताना की बर्फ़ीली हवाओं में अर्जुन ने एक नया जीवन जिया—एक रूसी ब्लॉकचेन सलाहकार बनकर। उसका लक्ष्य: नुरलान अख्मेतोव, एक कज़ाख नेता जो क्रिप्टो के जरिए आतंक और जैविक हथियारों की फंडिंग कर रहा था।
हर चाल सुनी गई, हर रात झूठ में बीती, हर दिन एक नई परत उधेड़ती रही उस नेटवर्क की जो कई देशों में फैला था।
📡 Risky chess games, diplomatic coverups, और bio-weapons labs की जड़ें खोदता हुआ एक अकेला जासूस…
जब आख़िरकार मिशन पूरा हुआ और एक नई दुनिया उजागर हुई—अर्जुन को मिला सिर्फ़ ख़ालीपन।
🎧 सुनिए “The Long-Term Espionage”—एक ऐसी कहानी जहाँ देश की रक्षा के लिए एक आदमी ने अपनी असल पहचान खो दी… और शायद अपनी आत्मा भी।
क्या कोई इंसान इतना लंबा झूठ जी सकता है… बिना टूटे?