
अफगानिस्तान की धूल भरी गलियों में छुपा था एक ऐसा सच… जो पूरी दुनिया को हिला सकता था।
अर्जुन राठौड़, अब रेहमत ख़ान के रूप में, काबुल की गलियों में एक झूठी पहचान के साथ जी रहा था। उसका मिशन था—आतंकी नेटवर्क में घुसपैठ करना और उस फंडिंग चैन को ट्रैक करना जो क्रिप्टोकरेंसी के ज़रिये बायोवेपन्स बना रहा था।
🧪 एक वायरस जो मुंबई, सिंगापुर और दुबई को कुछ घंटों में गिरा सकता था।
अर्जुन को Jalalabad में ‘The Jade Syndicate’ के अंदर घुसना पड़ा—जहाँ एक सुनियोजित ऑपरेशन ने दुश्मनों के दिलों में हलचल मचा दी।
एक दबे पांव ट्रांसमीटर, एक सिगरेट के साथ दबाया गया बटन, और फिर—आसमान से बरसे विनाश के शोले।
🔥 सुनिए कैसे एक अकेले जासूस ने दुश्मन का पूरा तंत्र तहस-नहस कर दिया… बिना अपनी पहचान खोए।
पर क्या उसने खुद को खो दिया?
🎧 “Months in Shadows”—जहाँ जीत सिर्फ बाहर नहीं, अंदर की जंग से भी मिलती है।