Home
Categories
EXPLORE
True Crime
Comedy
Society & Culture
Business
Sports
History
Music
About Us
Contact Us
Copyright
© 2024 PodJoint
00:00 / 00:00
Sign in

or

Don't have an account?
Sign up
Forgot password
https://is1-ssl.mzstatic.com/image/thumb/Podcasts114/v4/04/ab/19/04ab19ff-c3e5-32f7-f12e-73df6b369986/mza_12017724206733274681.jpg/600x600bb.jpg
Book's Gyan
Ujjwal pandey
49 episodes
5 days ago
Hi I am Ujjwal pandey In this series we gain lot of knowledge related to book's Just like -book's audio, book's summary
Show more...
Books
Arts
RSS
All content for Book's Gyan is the property of Ujjwal pandey and is served directly from their servers with no modification, redirects, or rehosting. The podcast is not affiliated with or endorsed by Podjoint in any way.
Hi I am Ujjwal pandey In this series we gain lot of knowledge related to book's Just like -book's audio, book's summary
Show more...
Books
Arts
Episodes (20/49)
Book's Gyan
टाइम मनेजमेंट 1
हम सबके पास एक दिन में 24 घंटे होते हैं। न किसी के पास इससे कम होते हैं, न ज़्यादा। इन 24 घंटों का हम जैसा उपयोग करते हैं, उसी से हमारी सफलता का स्तर होता है। डा. सुधीर दीक्षित की इस पुस्तक में समय का सर्वश्रेष्ठ उपयोग करने के 30 अचूक सिद्धांत बताए गए हैं। इस पुस्तक में दिए गए सिद्धांतों पर अमल करें और शिखर पर पहुँचें।
Show more...
4 years ago
19 minutes 34 seconds

Book's Gyan
अध्याय 11 सेवा (think like a monk)
अध्याय 11 सेवा (think like a monk)
Show more...
4 years ago
16 minutes 6 seconds

Book's Gyan
अध्याय 10 संबंध part-3 (think like a monk)
अध्याय 10 संबंध part-3 (think like a monk) इस प्रेरक और सक्षम पुस्तक में शेट्टी संन्यासी के रूप में अर्जित ज्ञान का लाभ लेकर हमें सिखाते हैं कि हम अपनी क्षमता और शक्ति की राह में आने वाले अवरोधों को कैसे हटा सकते हैं। प्राचीन बुद्धिमत्ता और आश्रम के समृद्ध अनुभवों को मिश्रित करने वाली यह पुस्तक यह उजागर करती है कि हम नकारात्मक विचारों व आदतों से कैसे उबर सकते हैं और उस शांति तथा उद्देश्य तक कैसे पहुँच सकते हैं, जो हम सभी के भीतर मौजूद है। वे अमूर्त सबक़ों को सलाह और अभ्यासों में बदल देते हैं, जिनका इस्तेमाल करके हम सभी अपना तनाव कम कर सकते हैं, अपने संबंधों को बेहतर बना सकते हैं और अपनी प्रतिभा से संसार को फ़ायदा पहुँचा सकते हैं। शेट्टी इस पुस्तक में यह साबित कर देते हैं कि हर व्यक्ति संन्यासी की तरह सोच सकता है - और उसे सोचना ही चाहिए। यह पुस्तक आपको सिखाएगी: अपना उद्देश्य कैसे खोजें नकारात्मकता से कैसे उबरें अधिक विचार करने की आदत को कैसे रोकें तुलना प्रेम को कैसे समाप्त कर देती है अपने डर का इस्तेमाल कैसे करें ख़ुशी की तलाश करने पर आपको ख़ुशी क्यों नहीं मिल सकती हर मिलने वाले से कैसे सीखें आपका अस्तित्व अपने विचारों से भिन्न क्यों हैं सफलता के लिए दयालुता क्यों अनिवार्य है और भी बहुत कुछ...
Show more...
4 years ago
28 minutes 32 seconds

Book's Gyan
अध्याय 10 संबंध part -2 (think like a monk)
अध्याय 10 संबंध part -2 (think like a monk) इस प्रेरक और सक्षम पुस्तक में शेट्टी संन्यासी के रूप में अर्जित ज्ञान का लाभ लेकर हमें सिखाते हैं कि हम अपनी क्षमता और शक्ति की राह में आने वाले अवरोधों को कैसे हटा सकते हैं। प्राचीन बुद्धिमत्ता और आश्रम के समृद्ध अनुभवों को मिश्रित करने वाली यह पुस्तक यह उजागर करती है कि हम नकारात्मक विचारों व आदतों से कैसे उबर सकते हैं और उस शांति तथा उद्देश्य तक कैसे पहुँच सकते हैं, जो हम सभी के भीतर मौजूद है। वे अमूर्त सबक़ों को सलाह और अभ्यासों में बदल देते हैं, जिनका इस्तेमाल करके हम सभी अपना तनाव कम कर सकते हैं, अपने संबंधों को बेहतर बना सकते हैं और अपनी प्रतिभा से संसार को फ़ायदा पहुँचा सकते हैं। शेट्टी इस पुस्तक में यह साबित कर देते हैं कि हर व्यक्ति संन्यासी की तरह सोच सकता है - और उसे सोचना ही चाहिए। यह पुस्तक आपको सिखाएगी: अपना उद्देश्य कैसे खोजें नकारात्मकता से कैसे उबरें अधिक विचार करने की आदत को कैसे रोकें तुलना प्रेम को कैसे समाप्त कर देती है अपने डर का इस्तेमाल कैसे करें ख़ुशी की तलाश करने पर आपको ख़ुशी क्यों नहीं मिल सकती हर मिलने वाले से कैसे सीखें आपका अस्तित्व अपने विचारों से भिन्न क्यों हैं सफलता के लिए दयालुता क्यों अनिवार्य है और भी बहुत कुछ...
Show more...
5 years ago
10 minutes 3 seconds

Book's Gyan
अध्याय 10 संबंध (think like a monk)
अध्याय 10 संबंध (think like a monk) इस प्रेरक और सक्षम पुस्तक में शेट्टी संन्यासी के रूप में अर्जित ज्ञान का लाभ लेकर हमें सिखाते हैं कि हम अपनी क्षमता और शक्ति की राह में आने वाले अवरोधों को कैसे हटा सकते हैं। प्राचीन बुद्धिमत्ता और आश्रम के समृद्ध अनुभवों को मिश्रित करने वाली यह पुस्तक यह उजागर करती है कि हम नकारात्मक विचारों व आदतों से कैसे उबर सकते हैं और उस शांति तथा उद्देश्य तक कैसे पहुँच सकते हैं, जो हम सभी के भीतर मौजूद है। वे अमूर्त सबक़ों को सलाह और अभ्यासों में बदल देते हैं, जिनका इस्तेमाल करके हम सभी अपना तनाव कम कर सकते हैं, अपने संबंधों को बेहतर बना सकते हैं और अपनी प्रतिभा से संसार को फ़ायदा पहुँचा सकते हैं। शेट्टी इस पुस्तक में यह साबित कर देते हैं कि हर व्यक्ति संन्यासी की तरह सोच सकता है - और उसे सोचना ही चाहिए। यह पुस्तक आपको सिखाएगी: अपना उद्देश्य कैसे खोजें नकारात्मकता से कैसे उबरें अधिक विचार करने की आदत को कैसे रोकें तुलना प्रेम को कैसे समाप्त कर देती है अपने डर का इस्तेमाल कैसे करें ख़ुशी की तलाश करने पर आपको ख़ुशी क्यों नहीं मिल सकती हर मिलने वाले से कैसे सीखें आपका अस्तित्व अपने विचारों से भिन्न क्यों हैं सफलता के लिए दयालुता क्यों अनिवार्य है और भी बहुत कुछ...
Show more...
5 years ago
24 minutes 18 seconds

Book's Gyan
अध्याय 9 part-2 कृतज्ञता (think like a monk)
अध्याय 9 part-2 (think like a monk) इस प्रेरक और सक्षम पुस्तक में शेट्टी संन्यासी के रूप में अर्जित ज्ञान का लाभ लेकर हमें सिखाते हैं कि हम अपनी क्षमता और शक्ति की राह में आने वाले अवरोधों को कैसे हटा सकते हैं। प्राचीन बुद्धिमत्ता और आश्रम के समृद्ध अनुभवों को मिश्रित करने वाली यह पुस्तक यह उजागर करती है कि हम नकारात्मक विचारों व आदतों से कैसे उबर सकते हैं और उस शांति तथा उद्देश्य तक कैसे पहुँच सकते हैं, जो हम सभी के भीतर मौजूद है। वे अमूर्त सबक़ों को सलाह और अभ्यासों में बदल देते हैं, जिनका इस्तेमाल करके हम सभी अपना तनाव कम कर सकते हैं, अपने संबंधों को बेहतर बना सकते हैं और अपनी प्रतिभा से संसार को फ़ायदा पहुँचा सकते हैं। शेट्टी इस पुस्तक में यह साबित कर देते हैं कि हर व्यक्ति संन्यासी की तरह सोच सकता है - और उसे सोचना ही चाहिए। यह पुस्तक आपको सिखाएगी: अपना उद्देश्य कैसे खोजें नकारात्मकता से कैसे उबरें अधिक विचार करने की आदत को कैसे रोकें तुलना प्रेम को कैसे समाप्त कर देती है अपने डर का इस्तेमाल कैसे करें ख़ुशी की तलाश करने पर आपको ख़ुशी क्यों नहीं मिल सकती हर मिलने वाले से कैसे सीखें आपका अस्तित्व अपने विचारों से भिन्न क्यों हैं सफलता के लिए दयालुता क्यों अनिवार्य है और भी बहुत कुछ...
Show more...
5 years ago
16 minutes 32 seconds

Book's Gyan
अध्याय 9 कृतज्ञता (think like a monk)
अध्याय 9 कृतज्ञता (think like a monk) इस प्रेरक और सक्षम पुस्तक में शेट्टी संन्यासी के रूप में अर्जित ज्ञान का लाभ लेकर हमें सिखाते हैं कि हम अपनी क्षमता और शक्ति की राह में आने वाले अवरोधों को कैसे हटा सकते हैं। प्राचीन बुद्धिमत्ता और आश्रम के समृद्ध अनुभवों को मिश्रित करने वाली यह पुस्तक यह उजागर करती है कि हम नकारात्मक विचारों व आदतों से कैसे उबर सकते हैं और उस शांति तथा उद्देश्य तक कैसे पहुँच सकते हैं, जो हम सभी के भीतर मौजूद है। वे अमूर्त सबक़ों को सलाह और अभ्यासों में बदल देते हैं, जिनका इस्तेमाल करके हम सभी अपना तनाव कम कर सकते हैं, अपने संबंधों को बेहतर बना सकते हैं और अपनी प्रतिभा से संसार को फ़ायदा पहुँचा सकते हैं। शेट्टी इस पुस्तक में यह साबित कर देते हैं कि हर व्यक्ति संन्यासी की तरह सोच सकता है - और उसे सोचना ही चाहिए। यह पुस्तक आपको सिखाएगी: अपना उद्देश्य कैसे खोजें नकारात्मकता से कैसे उबरें अधिक विचार करने की आदत को कैसे रोकें तुलना प्रेम को कैसे समाप्त कर देती है अपने डर का इस्तेमाल कैसे करें ख़ुशी की तलाश करने पर आपको ख़ुशी क्यों नहीं मिल सकती हर मिलने वाले से कैसे सीखें आपका अस्तित्व अपने विचारों से भिन्न क्यों हैं सफलता के लिए दयालुता क्यों अनिवार्य है और भी बहुत कुछ...
Show more...
5 years ago
23 minutes 49 seconds

Book's Gyan
ध्यान मांसिक चित्रण करें
ध्यान मांसिक चित्रण करें इस प्रेरक और सक्षम पुस्तक में शेट्टी संन्यासी के रूप में अर्जित ज्ञान का लाभ लेकर हमें सिखाते हैं कि हम अपनी क्षमता और शक्ति की राह में आने वाले अवरोधों को कैसे हटा सकते हैं। प्राचीन बुद्धिमत्ता और आश्रम के समृद्ध अनुभवों को मिश्रित करने वाली यह पुस्तक यह उजागर करती है कि हम नकारात्मक विचारों व आदतों से कैसे उबर सकते हैं और उस शांति तथा उद्देश्य तक कैसे पहुँच सकते हैं, जो हम सभी के भीतर मौजूद है। वे अमूर्त सबक़ों को सलाह और अभ्यासों में बदल देते हैं, जिनका इस्तेमाल करके हम सभी अपना तनाव कम कर सकते हैं, अपने संबंधों को बेहतर बना सकते हैं और अपनी प्रतिभा से संसार को फ़ायदा पहुँचा सकते हैं। शेट्टी इस पुस्तक में यह साबित कर देते हैं कि हर व्यक्ति संन्यासी की तरह सोच सकता है - और उसे सोचना ही चाहिए। यह पुस्तक आपको सिखाएगी: अपना उद्देश्य कैसे खोजें नकारात्मकता से कैसे उबरें अधिक विचार करने की आदत को कैसे रोकें तुलना प्रेम को कैसे समाप्त कर देती है अपने डर का इस्तेमाल कैसे करें ख़ुशी की तलाश करने पर आपको ख़ुशी क्यों नहीं मिल सकती हर मिलने वाले से कैसे सीखें आपका अस्तित्व अपने विचारों से भिन्न क्यों हैं सफलता के लिए दयालुता क्यों अनिवार्य है और भी बहुत कुछ...
Show more...
5 years ago
12 minutes 52 seconds

Book's Gyan
अध्याय 8 अहं part-3 (think like a monk)
अध्याय 8 अहं part-3 (think like a monk) इस प्रेरक और सक्षम पुस्तक में शेट्टी संन्यासी के रूप में अर्जित ज्ञान का लाभ लेकर हमें सिखाते हैं कि हम अपनी क्षमता और शक्ति की राह में आने वाले अवरोधों को कैसे हटा सकते हैं। प्राचीन बुद्धिमत्ता और आश्रम के समृद्ध अनुभवों को मिश्रित करने वाली यह पुस्तक यह उजागर करती है कि हम नकारात्मक विचारों व आदतों से कैसे उबर सकते हैं और उस शांति तथा उद्देश्य तक कैसे पहुँच सकते हैं, जो हम सभी के भीतर मौजूद है। वे अमूर्त सबक़ों को सलाह और अभ्यासों में बदल देते हैं, जिनका इस्तेमाल करके हम सभी अपना तनाव कम कर सकते हैं, अपने संबंधों को बेहतर बना सकते हैं और अपनी प्रतिभा से संसार को फ़ायदा पहुँचा सकते हैं। शेट्टी इस पुस्तक में यह साबित कर देते हैं कि हर व्यक्ति संन्यासी की तरह सोच सकता है - और उसे सोचना ही चाहिए। यह पुस्तक आपको सिखाएगी: अपना उद्देश्य कैसे खोजें नकारात्मकता से कैसे उबरें अधिक विचार करने की आदत को कैसे रोकें तुलना प्रेम को कैसे समाप्त कर देती है अपने डर का इस्तेमाल कैसे करें ख़ुशी की तलाश करने पर आपको ख़ुशी क्यों नहीं मिल सकती हर मिलने वाले से कैसे सीखें आपका अस्तित्व अपने विचारों से भिन्न क्यों हैं सफलता के लिए दयालुता क्यों अनिवार्य है और भी बहुत कुछ...
Show more...
5 years ago
12 minutes 42 seconds

Book's Gyan
अध्याय 8 अहं part-2 think like a monk
अध्याय 8 अहं part-2 think like a monk इस प्रेरक और सक्षम पुस्तक में शेट्टी संन्यासी के रूप में अर्जित ज्ञान का लाभ लेकर हमें सिखाते हैं कि हम अपनी क्षमता और शक्ति की राह में आने वाले अवरोधों को कैसे हटा सकते हैं। प्राचीन बुद्धिमत्ता और आश्रम के समृद्ध अनुभवों को मिश्रित करने वाली यह पुस्तक यह उजागर करती है कि हम नकारात्मक विचारों व आदतों से कैसे उबर सकते हैं और उस शांति तथा उद्देश्य तक कैसे पहुँच सकते हैं, जो हम सभी के भीतर मौजूद है। वे अमूर्त सबक़ों को सलाह और अभ्यासों में बदल देते हैं, जिनका इस्तेमाल करके हम सभी अपना तनाव कम कर सकते हैं, अपने संबंधों को बेहतर बना सकते हैं और अपनी प्रतिभा से संसार को फ़ायदा पहुँचा सकते हैं। शेट्टी इस पुस्तक में यह साबित कर देते हैं कि हर व्यक्ति संन्यासी की तरह सोच सकता है - और उसे सोचना ही चाहिए। यह पुस्तक आपको सिखाएगी: अपना उद्देश्य कैसे खोजें नकारात्मकता से कैसे उबरें अधिक विचार करने की आदत को कैसे रोकें तुलना प्रेम को कैसे समाप्त कर देती है अपने डर का इस्तेमाल कैसे करें ख़ुशी की तलाश करने पर आपको ख़ुशी क्यों नहीं मिल सकती हर मिलने वाले से कैसे सीखें आपका अस्तित्व अपने विचारों से भिन्न क्यों हैं सफलता के लिए दयालुता क्यों अनिवार्य है और भी बहुत कुछ...
Show more...
5 years ago
23 minutes 16 seconds

Book's Gyan
अध्याय 8 अहं (think like a monk)
अध्याय 8 अहं (think like a monk) इस प्रेरक और सक्षम पुस्तक में शेट्टी संन्यासी के रूप में अर्जित ज्ञान का लाभ लेकर हमें सिखाते हैं कि हम अपनी क्षमता और शक्ति की राह में आने वाले अवरोधों को कैसे हटा सकते हैं। प्राचीन बुद्धिमत्ता और आश्रम के समृद्ध अनुभवों को मिश्रित करने वाली यह पुस्तक यह उजागर करती है कि हम नकारात्मक विचारों व आदतों से कैसे उबर सकते हैं और उस शांति तथा उद्देश्य तक कैसे पहुँच सकते हैं, जो हम सभी के भीतर मौजूद है। वे अमूर्त सबक़ों को सलाह और अभ्यासों में बदल देते हैं, जिनका इस्तेमाल करके हम सभी अपना तनाव कम कर सकते हैं, अपने संबंधों को बेहतर बना सकते हैं और अपनी प्रतिभा से संसार को फ़ायदा पहुँचा सकते हैं। शेट्टी इस पुस्तक में यह साबित कर देते हैं कि हर व्यक्ति संन्यासी की तरह सोच सकता है - और उसे सोचना ही चाहिए। यह पुस्तक आपको सिखाएगी: अपना उद्देश्य कैसे खोजें नकारात्मकता से कैसे उबरें अधिक विचार करने की आदत को कैसे रोकें तुलना प्रेम को कैसे समाप्त कर देती है अपने डर का इस्तेमाल कैसे करें ख़ुशी की तलाश करने पर आपको ख़ुशी क्यों नहीं मिल सकती हर मिलने वाले से कैसे सीखें आपका अस्तित्व अपने विचारों से भिन्न क्यों हैं सफलता के लिए दयालुता क्यों अनिवार्य है और भी बहुत कुछ...
Show more...
5 years ago
27 minutes 52 seconds

Book's Gyan
अध्याय 7 मन part -3 (think like a monk)
अध्याय 7 मन part -3 (think like a monk) इस प्रेरक और सक्षम पुस्तक में शेट्टी संन्यासी के रूप में अर्जित ज्ञान का लाभ लेकर हमें सिखाते हैं कि हम अपनी क्षमता और शक्ति की राह में आने वाले अवरोधों को कैसे हटा सकते हैं। प्राचीन बुद्धिमत्ता और आश्रम के समृद्ध अनुभवों को मिश्रित करने वाली यह पुस्तक यह उजागर करती है कि हम नकारात्मक विचारों व आदतों से कैसे उबर सकते हैं और उस शांति तथा उद्देश्य तक कैसे पहुँच सकते हैं, जो हम सभी के भीतर मौजूद है। वे अमूर्त सबक़ों को सलाह और अभ्यासों में बदल देते हैं, जिनका इस्तेमाल करके हम सभी अपना तनाव कम कर सकते हैं, अपने संबंधों को बेहतर बना सकते हैं और अपनी प्रतिभा से संसार को फ़ायदा पहुँचा सकते हैं। शेट्टी इस पुस्तक में यह साबित कर देते हैं कि हर व्यक्ति संन्यासी की तरह सोच सकता है - और उसे सोचना ही चाहिए। यह पुस्तक आपको सिखाएगी: अपना उद्देश्य कैसे खोजें नकारात्मकता से कैसे उबरें अधिक विचार करने की आदत को कैसे रोकें तुलना प्रेम को कैसे समाप्त कर देती है अपने डर का इस्तेमाल कैसे करें ख़ुशी की तलाश करने पर आपको ख़ुशी क्यों नहीं मिल सकती हर मिलने वाले से कैसे सीखें आपका अस्तित्व अपने विचारों से भिन्न क्यों हैं सफलता के लिए दयालुता क्यों अनिवार्य है और भी बहुत कुछ...
Show more...
5 years ago
28 minutes 20 seconds

Book's Gyan
अध्याय 7 part-2 मन (think like a monk)
अध्याय 7 part-2 मन (think like a monk)
Show more...
5 years ago
17 minutes 20 seconds

Book's Gyan
अध्याय 5 मन (think like a nonk)
अध्याय 5 मन (think like a nonk) इस प्रेरक और सक्षम पुस्तक में शेट्टी संन्यासी के रूप में अर्जित ज्ञान का लाभ लेकर हमें सिखाते हैं कि हम अपनी क्षमता और शक्ति की राह में आने वाले अवरोधों को कैसे हटा सकते हैं। प्राचीन बुद्धिमत्ता और आश्रम के समृद्ध अनुभवों को मिश्रित करने वाली यह पुस्तक यह उजागर करती है कि हम नकारात्मक विचारों व आदतों से कैसे उबर सकते हैं और उस शांति तथा उद्देश्य तक कैसे पहुँच सकते हैं, जो हम सभी के भीतर मौजूद है। वे अमूर्त सबक़ों को सलाह और अभ्यासों में बदल देते हैं, जिनका इस्तेमाल करके हम सभी अपना तनाव कम कर सकते हैं, अपने संबंधों को बेहतर बना सकते हैं और अपनी प्रतिभा से संसार को फ़ायदा पहुँचा सकते हैं। शेट्टी इस पुस्तक में यह साबित कर देते हैं कि हर व्यक्ति संन्यासी की तरह सोच सकता है - और उसे सोचना ही चाहिए। यह पुस्तक आपको सिखाएगी: अपना उद्देश्य कैसे खोजें नकारात्मकता से कैसे उबरें अधिक विचार करने की आदत को कैसे रोकें तुलना प्रेम को कैसे समाप्त कर देती है अपने डर का इस्तेमाल कैसे करें ख़ुशी की तलाश करने पर आपको ख़ुशी क्यों नहीं मिल सकती हर मिलने वाले से कैसे सीखें आपका अस्तित्व अपने विचारों से भिन्न क्यों हैं सफलता के लिए दयालुता क्यों अनिवार्य है और भी बहुत कुछ...
Show more...
5 years ago
28 minutes 20 seconds

Book's Gyan
अध्याय 6 दिनचर्या part -2 (think like a monk)
इस प्रेरक और सक्षम पुस्तक में शेट्टी संन्यासी के रूप में अर्जित ज्ञान का लाभ लेकर हमें सिखाते हैं कि हम अपनी क्षमता और शक्ति की राह में आने वाले अवरोधों को कैसे हटा सकते हैं। प्राचीन बुद्धिमत्ता और आश्रम के समृद्ध अनुभवों को मिश्रित करने वाली यह पुस्तक यह उजागर करती है कि हम नकारात्मक विचारों व आदतों से कैसे उबर सकते हैं और उस शांति तथा उद्देश्य तक कैसे पहुँच सकते हैं, जो हम सभी के भीतर मौजूद है। वे अमूर्त सबक़ों को सलाह और अभ्यासों में बदल देते हैं, जिनका इस्तेमाल करके हम सभी अपना तनाव कम कर सकते हैं, अपने संबंधों को बेहतर बना सकते हैं और अपनी प्रतिभा से संसार को फ़ायदा पहुँचा सकते हैं। शेट्टी इस पुस्तक में यह साबित कर देते हैं कि हर व्यक्ति संन्यासी की तरह सोच सकता है - और उसे सोचना ही चाहिए। यह पुस्तक आपको सिखाएगी: अपना उद्देश्य कैसे खोजें नकारात्मकता से कैसे उबरें अधिक विचार करने की आदत को कैसे रोकें तुलना प्रेम को कैसे समाप्त कर देती है अपने डर का इस्तेमाल कैसे करें ख़ुशी की तलाश करने पर आपको ख़ुशी क्यों नहीं मिल सकती हर मिलने वाले से कैसे सीखें आपका अस्तित्व अपने विचारों से भिन्न क्यों हैं सफलता के लिए दयालुता क्यों अनिवार्य है और भी बहुत कुछ...
Show more...
5 years ago
22 minutes 56 seconds

Book's Gyan
अध्याय 6 दिनचर्या (think like a monk)
अध्याय 6 दिनचर्या (think like a monk) इस प्रेरक और सक्षम पुस्तक में शेट्टी संन्यासी के रूप में अर्जित ज्ञान का लाभ लेकर हमें सिखाते हैं कि हम अपनी क्षमता और शक्ति की राह में आने वाले अवरोधों को कैसे हटा सकते हैं। प्राचीन बुद्धिमत्ता और आश्रम के समृद्ध अनुभवों को मिश्रित करने वाली यह पुस्तक यह उजागर करती है कि हम नकारात्मक विचारों व आदतों से कैसे उबर सकते हैं और उस शांति तथा उद्देश्य तक कैसे पहुँच सकते हैं, जो हम सभी के भीतर मौजूद है। वे अमूर्त सबक़ों को सलाह और अभ्यासों में बदल देते हैं, जिनका इस्तेमाल करके हम सभी अपना तनाव कम कर सकते हैं, अपने संबंधों को बेहतर बना सकते हैं और अपनी प्रतिभा से संसार को फ़ायदा पहुँचा सकते हैं। शेट्टी इस पुस्तक में यह साबित कर देते हैं कि हर व्यक्ति संन्यासी की तरह सोच सकता है - और उसे सोचना ही चाहिए। यह पुस्तक आपको सिखाएगी: अपना उद्देश्य कैसे खोजें नकारात्मकता से कैसे उबरें अधिक विचार करने की आदत को कैसे रोकें तुलना प्रेम को कैसे समाप्त कर देती है अपने डर का इस्तेमाल कैसे करें ख़ुशी की तलाश करने पर आपको ख़ुशी क्यों नहीं मिल सकती हर मिलने वाले से कैसे सीखें आपका अस्तित्व अपने विचारों से भिन्न क्यों हैं सफलता के लिए दयालुता क्यों अनिवार्य है और भी बहुत कुछ...
Show more...
5 years ago
28 minutes 20 seconds

Book's Gyan
अध्याय 6 दिनचर्या( think like a monk)
अध्याय 6 दिनचर्या (think like a monk) इस प्रेरक और सक्षम पुस्तक में शेट्टी संन्यासी के रूप में अर्जित ज्ञान का लाभ लेकर हमें सिखाते हैं कि हम अपनी क्षमता और शक्ति की राह में आने वाले अवरोधों को कैसे हटा सकते हैं। प्राचीन बुद्धिमत्ता और आश्रम के समृद्ध अनुभवों को मिश्रित करने वाली यह पुस्तक यह उजागर करती है कि हम नकारात्मक विचारों व आदतों से कैसे उबर सकते हैं और उस शांति तथा उद्देश्य तक कैसे पहुँच सकते हैं, जो हम सभी के भीतर मौजूद है। वे अमूर्त सबक़ों को सलाह और अभ्यासों में बदल देते हैं, जिनका इस्तेमाल करके हम सभी अपना तनाव कम कर सकते हैं, अपने संबंधों को बेहतर बना सकते हैं और अपनी प्रतिभा से संसार को फ़ायदा पहुँचा सकते हैं। शेट्टी इस पुस्तक में यह साबित कर देते हैं कि हर व्यक्ति संन्यासी की तरह सोच सकता है - और उसे सोचना ही चाहिए। यह पुस्तक आपको सिखाएगी: अपना उद्देश्य कैसे खोजें नकारात्मकता से कैसे उबरें अधिक विचार करने की आदत को कैसे रोकें तुलना प्रेम को कैसे समाप्त कर देती है अपने डर का इस्तेमाल कैसे करें ख़ुशी की तलाश करने पर आपको ख़ुशी क्यों नहीं मिल सकती हर मिलने वाले से कैसे सीखें आपका अस्तित्व अपने विचारों से भिन्न क्यों हैं सफलता के लिए दयालुता क्यों अनिवार्य है और भी बहुत कुछ...
Show more...
5 years ago
28 minutes 20 seconds

Book's Gyan
अध्याय 5 उद्देश्य part 3 think like a monk
अध्याय 5 उद्देश्य part 3 think like a monk इस प्रेरक और सक्षम पुस्तक में शेट्टी संन्यासी के रूप में अर्जित ज्ञान का लाभ लेकर हमें सिखाते हैं कि हम अपनी क्षमता और शक्ति की राह में आने वाले अवरोधों को कैसे हटा सकते हैं। प्राचीन बुद्धिमत्ता और आश्रम के समृद्ध अनुभवों को मिश्रित करने वाली यह पुस्तक यह उजागर करती है कि हम नकारात्मक विचारों व आदतों से कैसे उबर सकते हैं और उस शांति तथा उद्देश्य तक कैसे पहुँच सकते हैं, जो हम सभी के भीतर मौजूद है। वे अमूर्त सबक़ों को सलाह और अभ्यासों में बदल देते हैं, जिनका इस्तेमाल करके हम सभी अपना तनाव कम कर सकते हैं, अपने संबंधों को बेहतर बना सकते हैं और अपनी प्रतिभा से संसार को फ़ायदा पहुँचा सकते हैं। शेट्टी इस पुस्तक में यह साबित कर देते हैं कि हर व्यक्ति संन्यासी की तरह सोच सकता है - और उसे सोचना ही चाहिए। यह पुस्तक आपको सिखाएगी: अपना उद्देश्य कैसे खोजें नकारात्मकता से कैसे उबरें अधिक विचार करने की आदत को कैसे रोकें तुलना प्रेम को कैसे समाप्त कर देती है अपने डर का इस्तेमाल कैसे करें ख़ुशी की तलाश करने पर आपको ख़ुशी क्यों नहीं मिल सकती हर मिलने वाले से कैसे सीखें आपका अस्तित्व अपने विचारों से भिन्न क्यों हैं सफलता के लिए दयालुता क्यों अनिवार्य है और भी बहुत कुछ...
Show more...
5 years ago
28 minutes 20 seconds

Book's Gyan
अध्याय 5 उद्देश्य part -2 think like a monk
अध्याय 5 उद्देश्य part -2 think like a monk इस प्रेरक और सक्षम पुस्तक में शेट्टी संन्यासी के रूप में अर्जित ज्ञान का लाभ लेकर हमें सिखाते हैं कि हम अपनी क्षमता और शक्ति की राह में आने वाले अवरोधों को कैसे हटा सकते हैं। प्राचीन बुद्धिमत्ता और आश्रम के समृद्ध अनुभवों को मिश्रित करने वाली यह पुस्तक यह उजागर करती है कि हम नकारात्मक विचारों व आदतों से कैसे उबर सकते हैं और उस शांति तथा उद्देश्य तक कैसे पहुँच सकते हैं, जो हम सभी के भीतर मौजूद है। वे अमूर्त सबक़ों को सलाह और अभ्यासों में बदल देते हैं, जिनका इस्तेमाल करके हम सभी अपना तनाव कम कर सकते हैं, अपने संबंधों को बेहतर बना सकते हैं और अपनी प्रतिभा से संसार को फ़ायदा पहुँचा सकते हैं। शेट्टी इस पुस्तक में यह साबित कर देते हैं कि हर व्यक्ति संन्यासी की तरह सोच सकता है - और उसे सोचना ही चाहिए। यह पुस्तक आपको सिखाएगी: अपना उद्देश्य कैसे खोजें नकारात्मकता से कैसे उबरें अधिक विचार करने की आदत को कैसे रोकें तुलना प्रेम को कैसे समाप्त कर देती है अपने डर का इस्तेमाल कैसे करें ख़ुशी की तलाश करने पर आपको ख़ुशी क्यों नहीं मिल सकती हर मिलने वाले से कैसे सीखें आपका अस्तित्व अपने विचारों से भिन्न क्यों हैं सफलता के लिए दयालुता क्यों अनिवार्य है और भी बहुत कुछ...
Show more...
5 years ago
10 minutes 48 seconds

Book's Gyan
अध्याय 5 उद्देश्य (think like a monk)
अध्याय 5 उद्देश्य (think like a monk) इस प्रेरक और सक्षम पुस्तक में शेट्टी संन्यासी के रूप में अर्जित ज्ञान का लाभ लेकर हमें सिखाते हैं कि हम अपनी क्षमता और शक्ति की राह में आने वाले अवरोधों को कैसे हटा सकते हैं। प्राचीन बुद्धिमत्ता और आश्रम के समृद्ध अनुभवों को मिश्रित करने वाली यह पुस्तक यह उजागर करती है कि हम नकारात्मक विचारों व आदतों से कैसे उबर सकते हैं और उस शांति तथा उद्देश्य तक कैसे पहुँच सकते हैं, जो हम सभी के भीतर मौजूद है। वे अमूर्त सबक़ों को सलाह और अभ्यासों में बदल देते हैं, जिनका इस्तेमाल करके हम सभी अपना तनाव कम कर सकते हैं, अपने संबंधों को बेहतर बना सकते हैं और अपनी प्रतिभा से संसार को फ़ायदा पहुँचा सकते हैं। शेट्टी इस पुस्तक में यह साबित कर देते हैं कि हर व्यक्ति संन्यासी की तरह सोच सकता है - और उसे सोचना ही चाहिए। यह पुस्तक आपको सिखाएगी: अपना उद्देश्य कैसे खोजें नकारात्मकता से कैसे उबरें अधिक विचार करने की आदत को कैसे रोकें तुलना प्रेम को कैसे समाप्त कर देती है अपने डर का इस्तेमाल कैसे करें ख़ुशी की तलाश करने पर आपको ख़ुशी क्यों नहीं मिल सकती हर मिलने वाले से कैसे सीखें आपका अस्तित्व अपने विचारों से भिन्न क्यों हैं सफलता के लिए दयालुता क्यों अनिवार्य है और भी बहुत कुछ...
Show more...
5 years ago
25 minutes 2 seconds

Book's Gyan
Hi I am Ujjwal pandey In this series we gain lot of knowledge related to book's Just like -book's audio, book's summary