क्या आप भारत के ऐसे रहस्यमयी मंदिर के बारे में जानते हैं? जहां किसी देवी-देवता की मूर्ति नहीं, बल्कि एक बुलेट मोटर साइकिल आपकी सभी इच्छाओं की पूर्ति करती है । जी हाँ, बुलेट बाबा मंदिर, जिसे ॐ बन्ना मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। आखिर ऐसा क्यों होता है?
भारत में स्थित प्राचीन मंदिरो में एक मंदिर ऐसा है, जहां सिर्फ़ चूहों की पूजा से ही मिल जाता है मनोवांछित फल। इस मंदिर में चूहों की पूजा ही नहीं, बल्कि उनकी झूठी मिठाई प्रसाद के रूप में बांटी जाती है। इसके पीछे क्या वजह है ?
मध्य प्रदेश में स्थित मालवा जिले के नलखेड़ा से लगभग 15 कि.मी. दूर गड़िया ग्राम के पास कालीसिंध नदी के तट पर प्रसिद्ध गड़ियाघाट वाली माता का मंदिर है। यहाँ पर पिछले दस सालो से देवी मां की आरती के लिए पानी से जलाया हुआ दीपक, आज भी जल रहा है। भला कैसे ?
जम्मू कश्मीर के श्रीनगर से 14 KM दूर गान्दरबल ज़िले में तुलमुला गाँव में एक पवित्र देवी का मंदिर है। जिन्हें खीर भवानी के नाम से भी जानते है। इस मंदिर में आश्चर्य की बात यह है कि यह मंदिर भविष्य बताता है। वो कैसे? पड़ गए न आप भी असमंजस में , कोई बात नहीं इस रहस्यमयी मंदिर का रहस्य जानने के लिए सुनिए हमारे यह एपिसोड।
केरल राज्य के कोल्लम जिले के कोट्टनकुलंगरा के श्रीमंदिर में महिलाओ को नहीं बल्कि पुरुषों को, एक या दो नहीं पूरे 16 श्रृंगार करके ही जाना होता है। जी हाँ अपने सही सुना है। मंदिर प्रांगड़ में जाने से पूर्व जिन पुरुषों में एक भी श्रृंगार की कमी होती है। उन्हें मंदिर में जाने से रोक दिया जाता है। आखिर ऐसा क्यों होता है, जानते है हमारे इस एपिसोड में।
दुनिया में यदि कोई भी व्यक्ति अगर बीमार होता है तो सीधे डॉक्टर के पास जाता है। लेकिन हमारे भारत में चमत्कार और आस्था का स्तर इतना अधिक है कि भगवान् का नाम लेते ही बड़ी से बड़ी बीमारी भी पल भर में दूर हो जाती है। हनुमान जी का यह मंदिर ऐसा मंदिर है जहां किसी अस्पताल से अधिक भीड़ लगती है। यहाँ पर लोग अपनी टूटी हुयी हड्डियों को सही कराने आते है। आखिर कौन सा है ये मंदिर, जानते है हमारे आस्था या अन्धविश्वास के इस एपिसोड में।
मध्य प्रदेश राज्य के जूनी इंदौर शहर में श्री जूना चिंतामन गणेश जी के मंदिर में स्थानीय भक्तो के आलावा देश विदेश से भक्त मंदिर के पुजारी को कॉल करते है और मंदिर के पुजारी उस मोबाईल से भक्तों की बात गणेश जी से करते है पर आखिर क्यों जानने के लिए सुनिए हमारा यह एपिसोड।
कर्नाटक के रामनगर जिले के चन्नापटना शहर से 15 से 20 km दूर अग्रहारा वलागेरेहल्ली गांव में एक ऐसा मंदिर है जहां किसी देवी देवता की नहीं बल्कि कुत्तों का मंदिर है । जहां लोगों के द्वारा कुत्तों की पूजा की जाती है और इसके साथ साथ वर्ष में एक बार यहां मेला भी लगाया जाता है। मान्यता के अनुसार वहां के स्थानीय लोग बताते है कि इस मंदिर का निर्माण वहां के स्थानीय व्यापारी रमेश ने कराया था। लेकिन क्यों ? क्या है इस मंदिर को बनवाने के पीछे की कहानी जानते है हमारे इस एपिसोड में