भूषण ने काव्य रचना के माध्यम से अपने युग में विलासिता का जीवन व्यतीत करने वाले हिन्दू राजाओं को भी सचेत किया है। वे एक स्वाभिमानी एवं राष्ट्रप्रेमी कवि थे। अपनी रचना में छत्रपति शिवाजी और छत्रसाल बुन्देला को आदर्श के रूप में प्रस्तुत कर उन्होंने देशप्रेम, स्वतंत्रता एवं जातीय गौरव का सन्देश दिया है। कुछ लोगों ने भूषण पर मुसलमान विरोधी या इस्लाम विरोधी होने का भी आरोप लगाया है, जो कि पूरी तरह से निराधार है। भूषण ने कहीं भी कुरान, उनके अनेक छंदों में देखने को मिलता है। अत: उनके निशाने पर अत्याचारी शासक एवं उसकी नीतियों रही है, न कि कोई धर्म। Poem Credit:- Mahakavi Bhushan, Edited By:- Yogesh Singh (Instagram:- https://instagram.com/tkd_yogesh?utm_medium=copy_link), Voice Credit:- Ishaan Yogesh Singh
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