Dil ka sukoon दिल का सुकून Where do you go for rest... it's inside you....सुकून बाहर ढूंढते है हम लोग , असल में खज़ाना तो हमारे भीतर है। बस ज़रूरी है एक बार डुबकी मरने की।
कविता एहसास शीर्षक के अंतर्गत आइये कुछ कल्पनाओ की उड़ान में मन के आकाश में खो जाये
इस कृष्ण जन्माष्टी के पवित्र पर्व पर सभी भक्तजनो को ह्रदय से बहुतसारी हार्दिक बधाई | आइये कृष्णमय हो जाये |
Manas Dhyan | मानस ध्यान Manas Dhyan | इस श्रृंखला में हम ध्यान द्वारा मन को समझ ने के प्रयास करेंगे। मानस ध्यान के द्वारा आप मन के अवस्था से ऊपर उठ सकते है। मन बड़ा उटपटांग है उसे काबू में नहीं उसे दूसरी और मौड़ ना है। उसकी गति में सुधर लाना है। उसे स्थिर करने के मिथ्या प्रयास ना करे। Manas Dhyan | In this series we will try to understand the mind through meditationThrough mind meditation you can rise above the state of mind. The mind is very quirky, it cannot be controlled, it does not have any other turn. He has to improve his speed. don't make false attempts to fix it
Sawan Ke Jhule Pade Tum Chale Aao | सावन के झूले पड़े तुम चले आओ। एक छोटासा एहसास भरा गीतों का गुलदस्ता आपके सामने पेश कर रहा हूँ , आशा करता हूँ आपको पसंद आएगा। धन्यवाद | सुबह-सुबह दरवाजे पर दस्तक हुई. उनींदी आखों से दरवाजा खोला तो हैरान रह गई. उम्मीदों भरी टोकरी में यादों के सिलसिले…हरियाली में डूबी पूरी कायनात, तन ही नहीं मन को भी भिगोती बूंदों की सौगात लिये जो शख्स खड़ा था उसका चेहरा जाना-पहचाना तो बिलकुल भी नहीं लगा. लेकिन ये जो भी था, न जाने क्यों मुझे अच्छा लग रहा था। https://pratibhakatiyar.wordpress.com/2009/07/07/%E0%A4%B8%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A4%A8-%E0%A4%95%E0%A5%87-%E0%A4%AC%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%A8%E0%A5%87/ I am presenting a small bouquet of songs filled with feelings, I hope you will like it. thanks | with due credit to Kya Mujhe Pyaar Hai - Unplugged Cover! Vicky Singh! Woh Lamhe | Saawan Ke Jhoole Pade ! Samir & Dipalee Date's sing beautiful monsoon melody composed by R.D. Burman
GOOD THOUGHTS THAT CHANGE YOUR MIND DIRECT YOU A REAL LIFE STYLE | अच्छे विचार जो आपके दिमाग को बदल दें और आपको एक वास्तविक जीवन शैली निर्देशित करें | good thoughts that change your mind and direct you a real lifestyle | These thoughts created by Mr. Mangesh Upadhyay uploaded from Whatsapp| <a href="https://storyset.com/people">People illustrations by Storyset</a> Images credit for|
Rimjhim Gire Sawan Sulag Sulag Jaye Man | रिमझिम गिरे सावन सुलग सुलग जाये मन | शीर्षक के आधार पर आइये सुनते है स्वान के कुछ unplug नग्मे जो, गाये है - भव्या पंडित ,राज बर्मन और मोहित चौहानजी ने
तू खुद की खोज में निकल, तू किसलिए हताश है। TU KHUD KI KHOJ MEI NIKAL | THIS IS A POEM OF HINDI MOVIE "PINK" This poem is dedicated to the unique work of Honorable Prime Minister | भारत इतिहास सदियों पुराना हैं। भले ही कोई कितनी ही Bharat ki जनम Patrika Bana दे पर भारत वर्ष समस्त धरा पर अकेला राष्ट्र था , इसके बाद दूसरे राष्ट्रों की उत्पति हुई।
गन्दी राज नीति और गुलाम परस्ती ने इस देश को बहुत नुक्सान पहुंचाया। ग़ुलाम बनानेवाली विचार धारा और दुष्प्रचार ने भारत को गुलाम बनाया। चंद लालची और मक़्क़ार जय चंदो ने ही भारत का विभाजन किया था।
कल और आज में बस इतना ही फ़र्क़ है। बीते कल में राजाओ ने प्रांतीय दुश्मनी का हल गद्दार मुग़लो से चाहा और आज गन्दी राजनीती के खिलाडी वाम पंथी विचार धरा के तलवे चाट रहे है।
छोडो कल की बाते , कल की बात पुरानी , हम कितने बेचारे थे ये भुल् जायेगे
पर अब शौर्य जाग रहा है, भारत जाग रहा है। क्यों की अबतक जो भेड़ बकरियों के झुण्ड में रहने के आदि थे अचानक कोई शेर ने आकर हमे जगाया -अरे ओ भारत के नर सिंहो उठो ! और तुम भेड़ बकरी होने के वहम को झटक दो। एक बार दहाड़ कर तो देखो , ये सभी वामपंथी भेड़ दुम दबाकर भाग जायेगे।
आजकी ये कविता भारत के शेर कहे जानेवाले प्रधानमंत्री के नाम समर्पित हैं जिन्होंने हमे गौरव से जीना सिखाया
दूसरों पर ऊँगली उठाने से पहले हमें अपने गिरेबान में झांक लेना चाहिए | भारत में जब कोरोना नहीं था तब उसकी सम्भावना को कहे जानेवाले तत्वज्ञों ने चेतावनी दी थी , और सावधान होने के लिए देश भर में अभियान सा किया था। सभी को इस बात पर इतना भरोसा नहीं था के कोरोना आ सकता है , आखिर कार कोरोना का हमला हुआ और अफरातफरी फैली कई लाखो लोगोने अपनी जान गवाई देश के प्रधान मंत्री ने अपना जितना सहयोग हो सकता था किया और उस पर काबू पा लिया , फिर से सब जीवन व्यवहार चलने लगा उसके बाद फिर से २०२१ में कोरोना का दूसरा राऊंड शुरू होने की आशंका जाएगी पर लोगो ने पिछली शिक्षा से कुछ सीखा नहीं और कोई एहतियात नहीं बरती आज देश में सभी विपक्ष और आम जनता प्रधान मंत्री को है कोरोना के इस कहर के लिए जिम्मेंदार मानते है। प्रश्न है कौन है ज़िम्मेदार खुद से पूछे
मजदुर बच्चे और गरीबी (कहानी) - Child Labour and Poverty Hindi Story| हमारे देश में भले ही बालश्रम (निषेध और नियम ) कानून बना चुकी हैं। पर उन ठेकेदारों को कौन समझाए जो इन कानूनों को घोलकर पी गए है। आज बाल मजदुर कही ना कही मिल ही जाते हैं। आजकी कहानी इन्ही मासूम बच्चो जीवन से सम्बंधित हैं। इस कहानी को लिखा है श्री आशीष जी ने आइये सुनते हैं। Even in our country, child labor (prohibition and rules) has been enacted. But who should explain to those contractors who have drunk and dissolved these laws. Today Bal Mazdur can be found somewhere. Today's story is related to the life of these innocent children. Mr. Ashish ji has written this story, let's hear
"डिप्रेशन और आत्महत्या के विरुद्ध एक जीवन संवाद | "A Life Dialogue Against Depression and Suicide | तनाव और डिप्रेसन ये एक आम होती जाती समस्या हैं। अगर इससे शीघ्र बाहर नहीं निकला जाए तो फिर ये समस्या व्याधि का रूप लेकर जीवन भर हमे जीने नहीं देती | डिअर ज़िन्दगी में प्रकाशित इस लेख को यहाँ प्रस्तुत करने का एक उम्दा प्रयास है | लेखक श्री सयशंकर मिश्रजी की
Thokar Par Likha Hain Jeene Ka Saliqa | ठोकर पर लिखा है जीने का सलीका | एक ऐसे इंसान की कहानी जो मुंबई की धारावी झोपड़पट्टी में पला बड़ा हुआ , ज़िन्दगी ने कई ठोकरे दी गिरा और संभाला भी। कभी भूख प्यास ने सताया तो कभी लोगो ने ,गरीबी का यही इम्तेहान है वो तरसाती रहती है। पर उस लड़के के पास दुसरो को हंसाने का हुनर था फिर क्या वो पहुँच गया फ़िल्मी दुनिया के फलक पर। फिर क्या हुआ ? आइये जानते है। The story of a man who grew up in the Dharavi slum of Mumbai, life dropped and handled many things. Sometimes hunger thirsted, sometimes people persecuted, this is the test of poverty. But that boy had the skills to make others laugh, then did he reach the stage of the film world? What happened then ? Let's know
मेरी माँ हमेशा कहती थी। My Mom always used to say|ये एक प्रेरक संवाद हैं मनुष्य और उसकी आत्मा का यहाँ प्रस्तुत करने का एक प्रयास किया हैं। आशा हैं आपको पसंद आएगा | माँ हमेशा कहती थी की जीवन में जब सारे रास्ते बंद हो जाये तब एक रास्ता हमेशा खुला होता हैं। और उस रस्ते पर चलनेवाला कभी भी निराश और खाली हाथ नहीं लौटता। आज उस रस्ते पर भी चल कर देख लेते हैं।
जानते हो दोस्तों वो रास्ता हैं भीतर की आवाज़ का , जब हम दुनिया की भीड़ में चलते चलते थक जाए, जीत और हार के खेल खेलते हुए :tbt sttB, n;ttNt ntu sttB तब हमारे सामने सिर्फ एक ही मार्ग होता हैं परमपिता परमात्मा का। आज सीढ़ी उतरकर यही पूछना हैं, mtkmtth btuk Jttu btltqMgt खुश कैसे हैं जिनके पास ना दुनिया की दौलत हैं , शोहरत हैं कुछ भी तो नहीं हैं। ytst btuhu vttmt vt{tuvtxeomt nI, ctulfctujtulmt, rctjzekdtu nI, ctuldtjttumt nI, vth मैं ज़िन्दगी में जिस शांति की तलाश में भटकता रहा जिस चैन सुकून के लिए तरसता रहा वो मुझे fCte नहीं मिला और उनको gtu mtct कैसे मिल गया। ये आपका कैसा न्याय हैं जो कभी आपके मंदिर mteZegttk ltnek atZt rstmtltu ytvtfu mttbtltu fCte nt:t ltne sttuz,u जिसने कभी आपकी पूजा , अर्चना नहीं की नाहीं कभी आपकी चौखट पर सर हि झुकाया। Qlnu, Nttkr;t, ytltk’ सब कुछ कैसे मिल गया जिसके लिए ये दुनिया के लोग मन्नते मानते हैं , व्रत उपवास रखते हैं। आपकी महाआरती , कथा , यज्ञ और ना जाने आपके नाम से कितने भव्य पांडाल रचे जाते हैं। Mujhe Wo Shanti……Wo Sukoon….. Jttu vthbt mtwFt btwLu fgtw vt{tv;t ltnek nwyt ?
Vishwas se Hi Kalpna Sakar Hoti Hain |विश्वास से ही कल्पना साकार होती हैं। प्रत्येक व्यक्ति का ९० प्रतिशत मानसिक जीवन कल्पना अथवा धारणा पर अवलम्बित हैं। यह एक अद्भुत शक्ति हैं। इसका प्रयोग और उपयोग ही आपको जीवन की संकीर्ण सीमा के पार कर सकता हैं। आपका चिंतन जितना सकारात्मक होगा उसकी छबि आपके दिमाग पर स्पष्ट सन्देश देंगी। यही आपके जीवन के तथ्यों और अनुभवों के रूप में प्रकट होगी। हमारा मन कल्पनाशील हैं ,उसे कल्पना में उड़ना पसंद हैं, इसलिए उसे तरंगी मन भी कहते हैं। आपकी धारणा जितनी परिपक्व होगी उसका परिणाम भी सचोट व् प्रत्यक्ष होगा। , पूर्ण रूपी स्वीकृति का कोई विवाद नहीं होताा और परिणाम भी आपके पक्ष को मजबूत करता हैं।
MahaShivratri Parv | महाशिवरात्रि पर्व | शिव समान दाता नहीं कोई, वो प्रसन्न हो जाये तो स्वर्ण नगरी प्रदान कर देते है और अप्रसन्न होने पर कामदेव की भांति भष्म कर देते है। आज का कार्यक्रम शिव के नाम आइये उनकी भक्ति में खो जाये।
विषकन्या | Poison girl |
वैदिक साहित्य, लोक कथाओं और इतिहास के अनुसार विषकन्या उस स्त्री को कहा जाता है, जिसे बचपन से ही थोड़ा – थोड़ा विष देकर जहरीला बनाया जाता है । इन्हें विषैले वृक्ष और जीव – जंतुओं के बीच रहने का अभ्यस्त बनाया जाता है । इसी के साथ ही स्त्रियोचित गुणों जैसे गायन, नृत्य और संगीत की शिक्षा भी जाती है । इन्हें सभी प्रकार की छल विद्याओं में माहिर बनाया जाता है, ताकि राजाओं द्वारा इनका इस्तेमाल करके शत्रु राजा को छलपूर्वक मृत्यु के घाट उतारा जा सके ।
विषकन्या कई प्रकार से शत्रु राजाओं के शरीर में अपना विष पहुँचाने की अभ्यस्त होती है । जैसे विषकन्याओं का श्वास बहुत ही जहरीला होता है । यदि कोई उनका निश्वास अपने अन्दर ग्रहण करें तो कुछ ही क्षणों में वह बीमार हो सकता है या उसकी मृत्यु हो सकती है । विषकन्यायें अपने मुख में विष रखकर भी चुम्बन लेने के बहाने शत्रु के शरीर में विष पहुँचा सकती है ।
आचार विचार और सुविचार | Conduct Ideas and Considerations | शरीर को सुरुचि भोजन और आत्मा को सुविचार पुष्ट बनाता है। जैसे अनुचित आहार से शरीर बिगड़ता है ठीक इसी प्रकार से अनुचित विचार से मन और आत्मा दूषित हो जाते है। अभिव्यक्ति आपके आचार विचार और व्यवहार, चरित्र - चिंतन , अध्ययन , अनुभव और संस्कारो का परिचय है।