मॉडर्न फ़ैमिली की सुबह कुछ कुछ ऐसी ही होती है ..
जल्दी जल्दी वाली :)
कहानी - कुल्फ़ी
लेखक - सुजान सिंह
ध्यान दें - ताला कुफ़्ल होता है कुल्फ़ नहीं. पढ़ने में ग़लती हुई क्यूँकि प्रिंट ग़लत था..
शुक्रिया, कहानी सुनते वक्त छोटी इस ग़लती को इग्नोर करने के लिए :)
ज्योतिका ♥️
सुनिए “पूरन मुद्गल” द्वारा 1964 में लिखी एक कहानी “कुल्हाड़ा सुर क्लर्क”
.
.
अच्छी लगे तो शेयर कीजिएगा :)
मैं शायद उन कुछ लोगों में से हूँ जिसने इस किताब का ड्राफ्ट पढ़ा था ..शायद तीन चार साल पहले..
मोहिंदर जी से पहचान पुरानी है मगर दोस्ती नई :) उनके प्रति मेरा बहुत स्नेह और आदर रहा है इसलिए जैसे ही किताब मेरे हाथ में आई ..और आई भी सिर्फ़ चार दिन पहले तो मैंने एक ही रात में पढ़ डाली ..पढ़कर उन्हें फ़ोन करने से पहले मैंने अपनी पसंदीदा कहानी का ये छोटा सा अंश रिकॉर्ड कर लिया अपने सुनने वालों के लिए ..
मेरे कैलेंडर में आज रिकॉर्डिंग का दिन नहीं था मगर दिल बहुत था इसलिए बैकग्राउंड नॉइज़ पर ध्यान ना दीजिएगा :)
अंश अच्छा लगे तो किताब खरीदकर ज़रूर पढ़ियेगा ..बहुत महँगी नहीं है :)
किताब - शहर में लड़का
लड़के में क़स्बा
लेखक - मोहिंदर प्रताप सिंह
आप सब के साथ अब उन्हें भी भेज रही हूँ ये अंश ऐज़ ए ग्रैटिटूड ..ग्रैटिटूड फॉर व्हाट ? इंट्रोडक्शन सुनिए तो आप जान जायेंगे :)
कहानी - धीरे से जाना बगियन में
लेखक - असग़र वजाहत
अगर आप आर्थराइटिस जैसी क्रॉनिक बीमारी के मरीज़ हैं तो शायद आप इस कहानी को करीब से महसूस करें :)
.
ज्योतिका :)
Aap bataiye… kya naam hona chahiye iss short story ka?
.
:)
lekhak - balram agarwal
कहानी - गुलमोहर
लेखक - बलराम अग्रवाल
माया अपने शहर से दूर एक छोटे शहर में अकेली रहती है..घर है ..नौकरी है ..और साथ है अकेलापन ..
हर कोशिश करती है की इस अकेलेपन से कम से कम छुट्टी के दिन छुटकारा मिल सके.
आइए सुनते हैं ..कैसा रहा माया का। छुट्टी का दिन ..
कहानी - छुट्टी का दिन
लेखिका - उषा प्रियंवदा
कहानी - मेज़
लेखिका - इला प्रसाद
किताब - इक सफ़र साथ साथ
प्रकाशन - वाणी प्रकाशन
अतिथि दैवो भव ! मगर अतिथि अगर बिन बुलाये मेहमान हों और आकर जाने का नाम ही ना ले तो आप क्या कीजिएगा..सुनते हैं भगवतीचरण वर्मा द्वारा लिखी गई ये कहानी “छह आने का टिकट “
waqt ka haseen sitam ho tum..
kahaniyaan jo ek cup chai ke saath khatam ho jaati hain ...ya shyad wahan se shuru hoti hain...
kya khyaal hai aapka ?
naye saal mein kisi ne aapse poocha, ye sawaal?
nahin...
toh main pooch rahi hoon..kaise ho tum..
jawaab ka intezaar rahega :)