Send us a text हम सभी के भीतर एक शुद्ध, शांत, और उज्ज्वल आत्म-ऊर्जा मौजूद होती है—जिसे न ज़िंदगी की ठोकरें मिटा सकती हैं, न कोई बाहरी तूफ़ान। लेकिन जब हमारे घायल हिस्से—डर, शर्म, गुस्सा या मदद की ज़रूरत—हम पर हावी हो जाते हैं, तो ये बादलों की तरह इस प्रकाश को ढक लेते हैं। यही वह क्षण होता है जब हम अपने सच्चे स्वयं से कट जाते हैं। इस एपिसोड में, डॉ. अभिमन्यु राठौर बताते हैं कि यह Self-energy क्या है, इसे कैसे पहचाना जाए, और इससे फिर से जुड़ने के लिए तीन भावनात्मक अभ्यास कैसे आपकी मदद कर सकते ह...
Show more...