Zindagi ke Rang......Bitti ke Sang (small stories to change the mindset & Transform Your Life
Bitti Sodhi
20 episodes
9 months ago
ऐ जिंदगी तेरा क्या कहना, लाखों तेरे रंग हैं
मोर जैसे झूमती या पर्वत जैसी तू चुप है
मां जैसी शीतल है या पिता के जैसी धूप है
खुशियों सी रंगीली और दर्द सी बदरंग है
उचित अनुचित से परे, आनन्द तेरा रंग है
आंसू है, मुस्कान है, उम्मीद है, भगवान है
केसरिया है, सफेद है और हरा भी तेरा अंग है
तू धर्म है, इमान है, हर शख्स का तू रंग है
पवित्र सी किसी उपवन में ईश्वरीय सारंग है
कहीं है श्वेत और कहीं श्याम तेरा रंग है
जंग की बिसात क्या? आप ही तू जंग है
कभी वैभवशाली, कभी विध्वंसकारी सब तेरा ही रंग है
हो हवा का रूख जिधर भी तेरा अपना ही तरंग है!!
All content for Zindagi ke Rang......Bitti ke Sang (small stories to change the mindset & Transform Your Life is the property of Bitti Sodhi and is served directly from their servers
with no modification, redirects, or rehosting. The podcast is not affiliated with or endorsed by Podjoint in any way.
ऐ जिंदगी तेरा क्या कहना, लाखों तेरे रंग हैं
मोर जैसे झूमती या पर्वत जैसी तू चुप है
मां जैसी शीतल है या पिता के जैसी धूप है
खुशियों सी रंगीली और दर्द सी बदरंग है
उचित अनुचित से परे, आनन्द तेरा रंग है
आंसू है, मुस्कान है, उम्मीद है, भगवान है
केसरिया है, सफेद है और हरा भी तेरा अंग है
तू धर्म है, इमान है, हर शख्स का तू रंग है
पवित्र सी किसी उपवन में ईश्वरीय सारंग है
कहीं है श्वेत और कहीं श्याम तेरा रंग है
जंग की बिसात क्या? आप ही तू जंग है
कभी वैभवशाली, कभी विध्वंसकारी सब तेरा ही रंग है
हो हवा का रूख जिधर भी तेरा अपना ही तरंग है!!
Zindagi ke Rang......Bitti ke Sang (small stories to change the mindset & Transform Your Life
3 minutes 19 seconds
3 years ago
Greed (a short story) लालच (हिंदी कहानी)
spot kas ke madhyam se main aapke sath kuchh Sundar chhoti chhoti kahaniyan share karungi jisse ki aap bahut seekh sakte hain aur kahani ka anand bhi utha sakte hain
Zindagi ke Rang......Bitti ke Sang (small stories to change the mindset & Transform Your Life
ऐ जिंदगी तेरा क्या कहना, लाखों तेरे रंग हैं
मोर जैसे झूमती या पर्वत जैसी तू चुप है
मां जैसी शीतल है या पिता के जैसी धूप है
खुशियों सी रंगीली और दर्द सी बदरंग है
उचित अनुचित से परे, आनन्द तेरा रंग है
आंसू है, मुस्कान है, उम्मीद है, भगवान है
केसरिया है, सफेद है और हरा भी तेरा अंग है
तू धर्म है, इमान है, हर शख्स का तू रंग है
पवित्र सी किसी उपवन में ईश्वरीय सारंग है
कहीं है श्वेत और कहीं श्याम तेरा रंग है
जंग की बिसात क्या? आप ही तू जंग है
कभी वैभवशाली, कभी विध्वंसकारी सब तेरा ही रंग है
हो हवा का रूख जिधर भी तेरा अपना ही तरंग है!!