
कभी आ कर तो देखो: तुम्हारी यादों से बुने गए मेरे ख़्वाबों के शहर में। यह कविता दिल की उस दबी हुई चाहत को आवाज़ देती है, जहाँ कल्पनाएँ सच हो जाती हैं। दूर रहकर जो महसूस होता है, उसे क़रीब आकर जी कर देखो। यह प्रेम का वह रहस्यमय निमंत्रण है, जिसे सिर्फ़ महसूस किया जा सकता है।
Voice Actor : NIKhil Gatlewar