
इस एपिसोड में, हम धर्म की गहन और बहुआयामी अवधारणा का अन्वेषण करते हैं, जो वैदिक पौराणिक कथाओं में धार्मिकता और कर्तव्य का सिद्धांत है। धर्म, हिंदू दर्शन की आधारशिला, न केवल नैतिक और सामाजिक कर्तव्यों का मार्गदर्शन करता है बल्कि ब्रह्मांडीय व्यवस्था को बनाए रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। महाभारत में युधिष्ठिर की दुविधाओं और रामायण में राम के आदर्शों से लेकर भगवद गीता की शिक्षाओं और चार युगों में धर्म की यात्रा तक, यह एपिसोड धर्म के विभिन्न पहलुओं को उजागर करता है। वैदिक कथाओं और शिक्षाओं के माध्यम से, यह दर्शाया गया है कि धर्म कैसे जीवन को सार्थक और ब्रह्मांड को सामंजस्यपूर्ण बनाए रखने का मार्गदर्शन करता है।