
पू गुरूजी श्री स्वामी आत्मानन्द जी महाराज के महाशिवरात्रि ज्ञान-भक्ति शिविर पर आयोजित वेदान्त शिविर में श्रीमद्भगवद गीता के पुरुषोत्तम योग नामक पन्द्रवें अधयाय पर अपने अत्यंत सार-गर्भित प्रवचनों की श्रंखला के दूसरे प्रवचन में - संसार वृक्ष के अनेकों पहलुओं पर प्रकाश डाला।