Home
Categories
EXPLORE
True Crime
Comedy
Business
Society & Culture
Health & Fitness
Sports
Technology
About Us
Contact Us
Copyright
© 2024 PodJoint
00:00 / 00:00
Podjoint Logo
US
Sign in

or

Don't have an account?
Sign up
Forgot password
https://is1-ssl.mzstatic.com/image/thumb/Podcasts126/v4/84/5d/b8/845db8ae-2c6a-6510-fe2a-e82f13ae7ba2/mza_8095320214785335250.jpeg/600x600bb.jpg
Suryakant Tripathi "Nirala" ki Kahaniyan wa Upanyas सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराल
Sameer Goswami
127 episodes
2 weeks ago
निराला की रचनाओं में अनेक प्रकार के भाव पाए जाते हैं। उनकी रचनाओं में कहीं प्रेम की सघनता है, कहीं आध्यात्मिकता तो कहीं विपन्नों के प्रति सहानुभूति व सम्वेदना, कहीं देश-प्रेम का ज़ज़्बा तो कहीं सामाजिक रूढ़ियों का विरोध व कहीं प्रकृति के प्रति झलकता अनुराग। इलाहाबाद में पत्थर तोड़ती महिला पर लिखी उनकी कविता आज भी सामाजिक यथार्थ का एक आईना है। उनका ज़ोर वक्तव्य पर नहीं वरन् चित्रण पर था।
Show more...
Fiction
RSS
All content for Suryakant Tripathi "Nirala" ki Kahaniyan wa Upanyas सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराल is the property of Sameer Goswami and is served directly from their servers with no modification, redirects, or rehosting. The podcast is not affiliated with or endorsed by Podjoint in any way.
निराला की रचनाओं में अनेक प्रकार के भाव पाए जाते हैं। उनकी रचनाओं में कहीं प्रेम की सघनता है, कहीं आध्यात्मिकता तो कहीं विपन्नों के प्रति सहानुभूति व सम्वेदना, कहीं देश-प्रेम का ज़ज़्बा तो कहीं सामाजिक रूढ़ियों का विरोध व कहीं प्रकृति के प्रति झलकता अनुराग। इलाहाबाद में पत्थर तोड़ती महिला पर लिखी उनकी कविता आज भी सामाजिक यथार्थ का एक आईना है। उनका ज़ोर वक्तव्य पर नहीं वरन् चित्रण पर था।
Show more...
Fiction
https://files.hubhopper.com/podcast/410375/suryakant-tripathi-nirala-ki-kahaniyan-wa-upanyas-suryakanta-tripathi-nirala-ki-kahaniyam-va-upanyasa.jpeg?v=1677721583
Kaale Kaarname | Part 6 | A Novel by Suryakant Tripathi 'Nirala' | काले कारनामे | सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला' का लिखा उपन्यास |
Suryakant Tripathi "Nirala" ki Kahaniyan wa Upanyas सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराल
4 minutes
2 years ago
Kaale Kaarname | Part 6 | A Novel by Suryakant Tripathi 'Nirala' | काले कारनामे | सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला' का लिखा उपन्यास |

ज़मींदार और पुलिस द्वारा मिलकर झूठी चोरी का प्रकरण बना, भय दिखा ग्रामीणों से रुपए ऐंठने के हथकण्डों की कहानी।

Suryakant Tripathi "Nirala" ki Kahaniyan wa Upanyas सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराल
निराला की रचनाओं में अनेक प्रकार के भाव पाए जाते हैं। उनकी रचनाओं में कहीं प्रेम की सघनता है, कहीं आध्यात्मिकता तो कहीं विपन्नों के प्रति सहानुभूति व सम्वेदना, कहीं देश-प्रेम का ज़ज़्बा तो कहीं सामाजिक रूढ़ियों का विरोध व कहीं प्रकृति के प्रति झलकता अनुराग। इलाहाबाद में पत्थर तोड़ती महिला पर लिखी उनकी कविता आज भी सामाजिक यथार्थ का एक आईना है। उनका ज़ोर वक्तव्य पर नहीं वरन् चित्रण पर था।