
पल्लवी पुंडीर एक उभरती हुई लेखिका है। इनकी कहानियों में मंटो जैसा कटाक्ष हैं और एक स्त्री की ममता भी। बड़े ही सरल शब्दों में बहुत बड़ी बात कह देती हैं उनकी ये कहानी 'दूध की बोतल'। जब यह कहानी प्रकाशित हुई, इसे असंख्य लोगों का प्रेम भी प्राप्त हुआ। पाठकों ने अंत को बदलने का आग्रह भी किया। किंतु, कुछ कथाओं की दुखांतिका, परिवर्तन का मार्ग प्रशस्त करती हैं।
तो दोस्तों तनिक ठहरें, कानों में इयरफोन लगाए अथवा म्यूजिक सिस्टम का वोल्यूम तेज करें, और सुनें मुन्ना की कहानी। आप कुछ काम करते हुए सुनने की इच्छुक हैं तो वो भी सही। लेकिन, कहानी जब अंत की तरफ बढ़ेगी, कुछ भिन्न होगा। आप अपना काम कुछ समय के लिए स्वयं छोड़ देंगे।
सुनो कहानी विपुल के साथ, पेश करता है पल्लवी पुंडीर जी की लिखी कहानी 'दूध की बोतल'।
आवाज़ : विपुल जैस्वाल
साउंड डिज़ाइन : गौरव पूरी