
रवि एक रात के सफर पर निकलता है, लेकिन उसकी गाड़ी एक सुनसान सड़क पर खराब हो जाती है. पास में उसे एक पुराना, रहस्यमयी होटल दिखाई देता है. क्या रवि वहाँ शरण लेगा? और उस होटल में छिपे हैं कौन से राज?
जब रवि होटल में कदम रखता है, तो उसे महसूस होता है कि वह अकेला नहीं है. अजीबोगरीब परछाइयां, धीमी फुसफुसाहटें, और अचानक बंद होने वाले दरवाजे... क्या ये सब सिर्फ उसका वहम है, या कोई खतरनाक ताकत उसका पीछा कर रही है?
'रवि का रात का सफर: वो भुतहा होटल और छलावा' की इस रोमांचक कहानी में, रवि को न सिर्फ भूतों से, बल्कि अपने अंदर के डर से भी लड़ना है. क्या वह उस रात वहाँ से ज़िंदा निकल पाएगा?
हर हफ्ते एक नई कहानी, जहाँ डरावने रहस्य और अनसुलझे छलावे आपका इंतज़ार कर रहे हैं.