
अधूरा हो या पूरा, चांद सा हो या जुगनू सा प्यार तो प्यार होता है औऱ जब ये प्यार दिल के करीब हो या कहें ज़िंदगी बन जाता है तो...कुछ तो लोग कहेंगे💕....
(Whether it's incomplete or complete, whether it's like the moon or like a firefly, love is love. And when this love is close to the heart or it can be said that it becomes life, then... some people will say 💕....)
दिन में रहते थे छुप कर, साँझ ढले मिलते थे
वो कहते थे हमको सूरज चन्दा, हम जुगनू से रहते थे |
रुकती थी हर ख्वाहिश मुझ तक आ कर, दिल उसका छोटा था
मेरा उठना मेरा चलना मेरी बातें, मेरा सपना भी उसका अपना था |
मेरी दरिया, मेरा समुंदर, मेरी कश्ती मेरा मांझी
उसकी सांसें मेरे हिस्से, उसका तन भी ना उसका अपना था |
कसमें वादे कुछ नहीं थे, पर तय समय पर मिलना था
उसका छज्जे पर दिखना, मेरा घर से निकलना था |
आखें जैसे मोती, उनमें पानी चम-चम करता था
मैं जो बोलूँ कुछ तो लब हंस दें, ना बोलूँ तो दरिया बहता था |
बड़ी अदब थी बड़ी नजाकत, पर हर याद में गुस्सा करती थी
मेरा उठ कर चलना होता था, वो बैठी तकती रहती थी |
मैं कहता दूर है मंज़िल तेरी-मेरी, वो सिसकी भरती रहती थी
मैं पड़ता था जीवन मे पाया-खोया, वो मुझको लिखती रहती थी |
पीयूष उमराव #LovePoetry #PoetryPodcast #EternalLove #Tum #Ham #Love #PeeyushUmarav #trust #juganu #chnad