
संतोष उस वक़्त कोई 27-28 बरस की रही होगी। दो बच्चों की मां थी और शादी-शुदा औरतों की तरह उसके जिस्म पर भी जगह-जगह से चर्बी लटक आई थी। लेकिन दूध सी रंगत, कमर तक लम्बे बाल और कंटीले नैन नक्श उसे अपने साथ की बाक़ी औरतों से बहुत अलग करते थे। रंग इतना उजला था कि उसके चेहरे पर उभरे मुंहासें भी बिल्कुल सुर्ख़ नज़र आते थे। विवेक जेटली की आवाज़ में सुनिए दिलीप कापसे की यादों से निकला एक पुराना क़िस्सा। #KissaBazaar #HindiStory #VivekJaitly #DilipKumarKapse #Santosh #StoryTeller #StoryTelling #HindiStoryTelling #NewStories #StoriesByDilipKumarKapse #StoryTellerVivekJaitly हमारे साथ जुड़ने के लिए Subscribe करें हमारा चैनल #kIssaBazaar और अगर आपको ये वीडियो पसंद आया हो तो Like, Comment, Share ज़रूर करें।