
गरजते काले बादल क़स्बे पर उतर आए थे। हवाएं ठंडी हो चली थीं। ये तय था कि वहां किसी भी वक़्त बारिश शुरू हो सकती थी। वो नदी का किनारा था, जहां कई सारे लोगों की भीड़ जमा थी। उस मुर्दा ख़ामोशी में दो छोटे-छोटे बच्चे अपनी जगह पर खड़े सुबक रहे थे। विवेक जेटली की आवाज़ में सुनिए दिलीप कापसे की क़लम से निकली मज़ेदार लेकिन दिमाग़ हिला देने वाली कहानी की सीरिज़ का दूसरा हिस्सा.. बल्लू दादा और ख़ुर्रम खुरची। #KissaBazaar #HindiStory #VivekJaitly #DilipKumarKapse #BalluDada #StoryTeller #StoryTelling #HindiStoryTelling #NewStories #StoriesByDilipKumarKapse #StoryTellerVivekJaitly #KhurramKhurchi #क़िस्साबाज़ार #हिंदीकहानी #दिलीपकुमारकापसे #विवेकजेटली #बल्लूदादा हमारे साथ जुड़ने के लिए Subscribe करें हमारा चैनल #kIssaBazaar और अगर आपको ये वीडियो पसंद आया हो तो Like, Comment, Share ज़रूर करें।