
जानें कैसे ज्योतिष के विभिन्न पहलुओं का विश्लेषण किया जा सकता है, जैसे कि:
- मिथुन लग्न में तीसरे भाव में 5 ग्रहों का प्रभाव
- राहु और केतु के पुष्कर नवांश में होने के परिणाम
- महाभाग्य योग क्या है और इसके प्रभाव
- 5वें भाव में केतु का मंत्र साधना के लिए प्रभाव
- धनु लग्न में 5वें और 9वें भाव के स्वामियों की अदला-बदली का प्रभाव
- लग्नेश और सप्तमेश दोनों के 7वें भाव में होने के परिणाम
- कर्क लग्न में 5वें और 9वें भाव के स्वामियों की स्थिति और शुक्र-बृहस्पति महादशा में सरकारी नौकरी की संभावना
- वृषभ लग्न में विष योग और ग्रहों की स्थिति का विवाह पर प्रभाव
- धन देने वाले भावों में से कौन सा भाव सबसे कम शामिल है
- बृहस्पति का गोचर किन ग्रहों पर अशुभ होता है
- शनि के 10वें भाव में होने के पीछे के कारण
ज्योतिष से संबंधित प्रमुख विषय:
- कुंडली विश्लेषण: जानें कैसे कुंडली के विभिन्न पहलुओं का विश्लेषण किया जा सकता है
- ग्रहों का प्रभाव: विभिन्न ग्रहों के प्रभाव और उनकी स्थिति को समझें
- योग और दोष: विशिष्ट योग और दोष के प्रभाव को समझें और इसके परिणामों को जानें
- गोचर और महादशा: ग्रहों के गोचर और महादशा के प्रभाव को समझें
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