
जानें कैसे नीच ग्रह वृत्तोत्तम अच्छे या बुरे हो सकते हैं और उनके प्रभाव को कैसे समझा जा सकता है:
- नीच ग्रह वृत्तोत्तम: जब कोई ग्रह नीच राशि में होता है, लेकिन वृत्तोत्तम स्थिति में भी होता है, तो इसका प्रभाव कमजोर हो सकता है। जानें कैसे इस स्थिति में ग्रहों का प्रभाव निर्धारित किया जा सकता है
- लाग्नेश अष्टम में होने पर रत्न धारण: यदि लग्नेश अष्टम भाव में हो तो रत्न धारण करने से पहले ग्रहों की स्थिति और बल का विश्लेषण करना आवश्यक है। जानें कैसे रत्न धारण करने से लाभ प्राप्त किया जा सकता है
- मिथुन लग्न में शनि-मंगल की दशा: मिथुन लग्न में शनि और मंगल की दशा के दौरान जातक के जीवन पर क्या प्रभाव पड़ सकता है? जानें कैसे इस दशा के दौरान जीवन की चुनौतियों का सामना किया जा सकता है
ज्योतिष से संबंधित प्रमुख विषय:
- ग्रहों का प्रभाव: विभिन्न ग्रहों के प्रभाव और उनकी स्थिति को समझें
- रत्न धारण: रत्न धारण करने के नियम और लाभ
- दशा और अंतरदशा: दशा और अंतरदशा के दौरान ग्रहों का प्रभाव और फलादेश