
जानें कैसे ज्योतिष के विभिन्न पहलुओं का विश्लेषण किया जा सकता है, जैसे कि:
- मकर लग्न में चौथे भाव में बृहस्पति का प्रभाव
- D81 कुंडली में विवाह की संभावनाएं
- सिंह लग्न में 10वें भाव के स्वामी का 6वें भाव में प्रभाव
- वृषभ लग्न में तीन ग्रहों के वक्री होने के परिणाम
- मिथुन लग्न में राहु और मंगल की युति का प्रभाव
- दो उच्च ग्रहों के बीच 15 डिग्री से कम दूरी का प्रभाव
- सिंह लग्न में 12वें भाव में बृहस्पति और शुक्र की युति का प्रभाव
- लग्न डिग्री के पुष्कर नवांश में होने के परिणाम
- सिंह लग्न में शनि और शुक्र की स्थिति का करियर पर प्रभाव
- मीन लग्न में शनि और केतु की युति का प्रभाव
- जन्म समय की शुद्धि के तरीके
- 7वें भाव के स्वामी के 4थे भाव में जाने का विवाह पर प्रभाव
- मीन लग्न में बृहस्पति और चंद्र की युति का प्रभाव
ज्योतिष से संबंधित प्रमुख विषय:
- कुंडली विश्लेषण: जानें कैसे कुंडली के विभिन्न पहलुओं का विश्लेषण किया जा सकता है
- ग्रहों का प्रभाव: विभिन्न ग्रहों के प्रभाव और उनकी स्थिति को समझें
- योग और दोष: विशिष्ट योग और दोष के प्रभाव को समझें और इसके परिणामों को जानें
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