
डर और खौफ की घटनाये अचानक नहीं होती उनके पीछे कुछ राज़ छुपे होते है और वो घटनाये जब इंसान के सामने आती है तो लगता सबकुछ अचानक हो जाता है। कुछ समय तक तो वो सोच भी नहीं पाता की यह सब क्या हो रहा है क्योकि उसके दिलो दिमाग पर वो खौफ ज़्यादा भारी पड़ जाता है।