
कभी कभी नयी या अनजानी जगह का एहसास कुछ अच्छा नहीं रहता। इंसान पहले से बहुत कुछ सोच लेता है, पर वो सब उसकी कल्पना से परे होता है। सब कुछ अनजान होता है और जो उसने सोचा था, वो कभी नहीं होता। तब बस वो यही सोचता रह जाता है कि काश यह सब उसकी ज़िन्दगी में ना घटा होत।