
लत सिर्फ एक आदत नहीं होती — ये धीरे-धीरे आपकी सोच, आपकी आज़ादी और आपकी ज़िंदगी पर कब्ज़ा जमा लेती है। ये कहानी उसी अनदेखे सफर की है, जहाँ इंसान खुद से दूर होता चला जाता है, बिना ये जाने कि असली दुश्मन कौन है। ये सिर्फ नशे की नहीं, उन भावनाओं की बात करती है जो हमें अंधेरे की ओर खींचती हैं… और शायद आप भी इससे अछूते नहीं हैं।