
सबसे खतरनाक होता है, हमारे सपनों का मर जाना_अवतार सिंह संधू “पाश” Narrated by Dinesh Mani
मेहनत की लूट सबसे खतरनाक नहीं होती
पुलिस की मार सबसे खतरनाक नहीं होती
गद्दारी, लोभ की मुट्ठी सबसे खतरनाक नहीं होती
बैठे बिठाए पकड़े जाना बुरा तो है
सहमी सी चुप्पी में जकड़े जाना बुरा तो है
पर सबसे खतरनाक नहीं होता
सबसे खतरनाक होता है मुर्दा शांति से भर जाना
ना होना तड़प का सब कुछ सहन कर जाना
घर से निकलना काम पर और काम से लौट कर घर आना
सबसे खतरनाक होता है हमारे सपनों का मर जाना
सबसे खतरनाक होती है,
कलाई पर चलती घडी, जो वर्षों से स्थिर है।
सबसे खतरनाक होती है वो आंखें
जो सब कुछ देख कर भी पथराई सी है
वो आंखें जो संसार को प्यार से निहारना भूल गयी है
वो आंखें जो भौतिक संसार के कोहरे के धुंध में खो गयी हो जो भूल गयी हो दिखने वाली वस्तुओं के सामान्य अर्थ और खो गयी हो व्यर्थ के खेल के वापसी में सबसे खतरनाक होता है वो चांद जो प्रत्येक हत्या के बाद उगता है सूने हुए आंगन में जो चुभता भी नहीं आंखों में गर्म मिर्च के समान सबसे खतरनाक होता है वो गीत जो मातमी विलाप के साथ कानों में पडता है और दुहराता है बुरे आदमी की दस्तक डरे हुए लोगों के दरवाजेपर मेहनत की लूट सबसे खतरनाक नहीं होती पुलिस की मार सबसे खतरनाक नहीं होती गद्दारी, लोभ की मुट्ठी सबसे खतरनाक नहीं होती सबसे खतरनाक होता है, हमारे सपनों का मर जाना